भागलपुर शहर के विस्तार को लेकर सर्वे का काम शुरू एजेंसी ने 21 सरकारी विभागों से मांगा आंकड़ा। 20 साल का तैयार किया जा रहा है प्लान बढ़ेगा शहर का दायरा। 218.28 वर्ग किमी शहर का होगा विस्तार।
भागलपुर ! शहर के विस्तार को लेकर सर्वे का काम शुरू हो गया है। मेसर्स एक्सल जियोमेटिक्स को सर्वे का काम सौंपा गया है। मेसर्स एक्सल जियोमेटिक्स भागलपुर प्लानिंग एरिया का मास्टर प्लान तैयार कर नगर आवास एवं विकास विभाग को सौंपेगी। मास्टर प्लान तैयार करने को लेकर कंपनी द्वारा 21 विभागों से आंकड़े मांगे गए हैं। जिला विकास शाखा के वरीय उपसमाहर्ता ने 21 विभागों के अधिकारियों को पत्र लिखकर संबंधित एजेंसी को आंकड़ा उपलब्ध कराने को कहा है। मास्टर प्लान तैयार होने के बाद 262 गांवों का विकास किया जाएगा। मेसर्स एक्सल जियोमेटिक्स के हेड रनीत घोष ने बताया कि सभी संबंधित विभागों से आंकड़ा उपलब्ध हो जाने के बाद जमीनी स्तर पर सर्वे का काम शुरू हो जाएगा।
शहर का 218.26 वर्ग किलोमीटर का विस्तार होगा। 262 गांवों के लोग शहरी बाबू कहलाने लगेंगे, लेकिन टैक्स, बिल आदि ग्रामीण क्षेत्र का लगेगा। इन क्षेत्रों में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, बस स्टैंड जैसी सुविधाएं शहर की तरह उपलब्ध होगी। शहर के विस्तार को लेकर आगामी 20 साल का प्लान तैयार किया जा रहा है। शहरी विस्तार क्षेत्र में शामिल गांवों में रहने वाले लोगों को जो सुविधाएं मिल रही हैं, वह मिलती रहेंगी। उक्त क्षेत्र का सिर्फ व्यवस्थित विकास होगा। व्यवस्थित कालोनियां बसेंगी।
सड़क, नाले और पार्क का निर्माण होगा। रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। पानी की व्यवस्था होगी। शहर के विस्तार को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने अपनी सहमति पहले ही दे दी है। इसके बाद क्षेत्र विस्तार से संबंधित प्रस्ताव को नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा गया था। शहरी क्षेत्र का दायरा सबौर, जगदीशपुर, नाथनगर व गोराडीह प्रखंड तक पहुंच जाएगा। भागलपुर नगर निगम के आसपास के घनी आबादी वाले क्षेत्र को शामिल कर मास्टर प्लान तैयार किया गया है। अब सर्वे का काम शुरू हुआ है। चार प्रखंडों के गांव किए गए हैं शामिल: सुनियोजित विकास के उद्देश्य से सूक्ष्म योजना तैयार करने के लिए भागलपुर शहर व इसके आसपास के महत्वपूर्ण क्षेत्रों का सीमांकन किया गया है। शहरी क्षेत्र 30.50 वर्ग किलोमीटर व ग्रामीण क्षेत्र 186.53 वर्ग किलोमीटर को शामिल किया गया है। शहरी क्षेत्र के अंतर्गत तीन शहरी प्रशासनिक इकाई व जगदीशपुर, सबौर, नाथनगर, गोराडीह अंचल से संबंधित 262 राजस्व ग्राम इसमें शामिल हैं।
पहले चरण में विभिन्न विभागों से डाटा संग्रह का काम किया जा रहा है। विभागों से डाटा मंगाया गया है। इसके बाद दूसरे चरण का काम होगा। – मृत्युंजय कुमार, वरीय उपसमाहर्ता
यह होगी शहरी क्षेत्र की चौहद्दी पूरब : उत्तरी भाग में सबौर सीडी ब्लाक का बागडेर, दिलमुहम्मदपुर, सैदपुर, राजपुर, बाबूपुर, तालबडेल, तालइस्लाम, ताल मोबारक, ताल सहादत, रसूलपुर, दादपुर, श्रीपुर, गोहरियों, हरिपुर, बीथी राजस्व ग्राम से गोराडीह सीडी ब्लाक के विशनपुर जिच्छो, सिंहपुर राजस्व ग्राम होते हुए जगदीशपुर सीडी ब्लाक के फतमाचक, मकससपुर, सन्हौली, नरायणपुर कोला तक। पश्चिम : दक्षिणी भाग में नाथनगर सीडी ब्लाक के भट्ठाचक, पारनपुर, गोवर्द्ध्नपुर, जगन्नाथपुर, हसनचुक, गोलाहू, मनियारपुर चौर, भोलापुर, भरत रसलपुर, करनपुर, मोइनीद्दीनपुर, हरिदासपुर, गोसाईदासपुर राजस्व ग्राम तक। दक्षिण : पूर्वी भाग में जगदीशपुर सीडी ब्लाक के कनकैथी, आरजी मोइनीद्दीपुर, दौलतपुर, चौधरीडीह राजस्व ग्राम से नाथनगर सीडी ब्लाक के कमलपुर, कजरैली, वाली मोहम्मदपुर, बहादुरपुर गुड्डी राजस्व ग्राम तक। उत्तर : पश्चिमी भाग में नाथनगर सीडी ब्लाकके रतीपुर, दिलदारपुर, शंकरपुर राजस्व ग्राम से सबौर सीडी ब्लाक के मखाजन, रजंदीपुर, गोपीनाथपुर राजस्व ग्राम तक।
जिले के इन अधिकारियों से मांगा गया आंकड़ा
वरीय पुलिस अधीक्षक, वन प्रमंडल पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, असैनिक शल्य चिकित्सक, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा के वरीय उपसमाहर्ता, जिला सामान्य शाखा के वरीय उपसमाहर्ता, जिला अग्निशन पदाधिकारी, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक, सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, यूको बैंक के अग्रणी जिला प्रबंधक, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के शहरी, ग्रामीण एवं पूर्वी के कार्यपालक अभियंता, अनुमंडल पदाधिकारी सदर सह अध्यक्ष बाजार समिति, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, भारत संचार निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक, आइसीडीएस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, भागलपुर जंक्शन के स्टेशन निदेशक।