पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक सरकारी स्कूल के 55 वर्षीय पारा शिक्षक सत्यदेव विश्वकर्मा ने स्कूल की रसोइया के पति की हत्या की साजिश रच डाली। यह मामला तब उजागर हुआ जब पुलिस को गुप्त सूचना मिली और समय रहते कार्रवाई कर एक बड़ी वारदात को होने से बचा लिया गया।
जानकारी के अनुसार, पारा शिक्षक सत्यदेव विश्वकर्मा लंबे समय से स्कूल में कार्यरत रसोइया पर अनैतिक संबंध बनाने का दबाव बना रहा था। रसोइया ने जब इस शर्मनाक हरकत की शिकायत अपने पति से की, तो दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया। इसी विवाद ने धीरे-धीरे खतरनाक रूप ले लिया और पारा शिक्षक ने रसोइया के पति की हत्या कराने का फैसला कर लिया।
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन के मुताबिक, सत्यदेव ने हत्या की सुपारी के लिए कुल **40 हजार रुपये** देने की बात तय की थी। योजना के अनुसार, राजवंश परहिया रसोइया के पति को गोली मारने वाला था, जबकि उसके साथ शामिल अन्य दो आरोपी—राजू साव और मंटू कुमार परहिया—चाकू से हमला करने की योजना में थे। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से **एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस और दो चाकू** बरामद किए हैं। सभी आरोपी छतरपुर थाना क्षेत्र के सिलदिली के कुंडौली गांव के रहने वाले बताए जाते हैं। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सत्यदेव विश्वकर्मा एक झोलाछाप डॉक्टर भी है और उसकी पहचान मुख्य शूटर राजवंश परहिया से इलाज के दौरान हुई थी। राजवंश पहले भी डकैती के मुकदमे में जेल जा चुका है और उसकी उम्र 50 वर्ष से अधिक बताई जा रही है।
पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने इस हत्या की साजिश को अंजाम तक पहुँचने से रोक दिया। एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए छतरपुर एसडीपीओ अवध कुमार यादव के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद, एसआई सुशील उरांव, अनिल कुमार रजक, राहुल कुमार सहित कई पुलिस अधिकारी शामिल हैं। पूरी टीम ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया और आरोपियों को धर दबोचा।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और आरोपियों से पूछताछ जारी है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोगों के बीच सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
