भागलपुर जिले में ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देने के उद्देश्य से दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत एक रोजगार सह मार्गदर्शन मेले का आयोजन किया गया। यह मेला जीविका के तत्वावधान में जगदीशपुर स्थित दुर्गा मंदिर के प्रांगण में लगाया गया, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण युवा अपने बेहतर भविष्य की उम्मीद लेकर पहुंचे।
आयोजकों ने बताया कि इस रोजगार मेले का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को एक ही मंच पर विभिन्न कंपनियों से जोड़ना और उन्हें रोजगार के साथ-साथ करियर से जुड़ा मार्गदर्शन उपलब्ध कराना है। जिले में इस तरह का रोजगार मेला हर साल चार बार आयोजित किया जाता है और आज आयोजित यह मेला वर्ष का दूसरा रोजगार मेला रहा।
रोजगार मेले में कुल 16 निजी कंपनियों ने भाग लिया। सभी कंपनियां निजी क्षेत्र से जुड़ी थीं, जिन्होंने युवाओं के लिए रोजगार के कई विकल्प पेश किए। सिक्योरिटी गार्ड, फील्ड वर्कर, हेल्पर, सुपरवाइजर सहित अन्य पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन किया गया। कंपनियों के प्रतिनिधियों ने युवाओं को नौकरी की प्रकृति, वेतन, कार्यस्थल और भविष्य की संभावनाओं की जानकारी दी।
मेला स्थल पर युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिला। बड़ी संख्या में युवा अपने जरूरी दस्तावेजों के साथ पहुंचे और कंपनियों के प्रतिनिधियों से सीधे बातचीत कर नौकरी से जुड़ी जानकारी हासिल की। कई युवाओं का प्राथमिक स्तर पर चयन भी किया गया, जिससे उनके चेहरे पर खुशी साफ नजर आई।
आयोजकों का कहना है कि ऐसे रोजगार सह मार्गदर्शन मेले ग्रामीण युवाओं के लिए बेहद लाभकारी साबित हो रहे हैं। इससे न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर मिलते हैं, बल्कि उन्हें अपने करियर की सही दिशा तय करने में भी मदद मिलती है। साथ ही, युवाओं को यह समझने का मौका मिलता है कि उनकी योग्यता और रुचि के अनुसार कौन सा क्षेत्र उनके लिए बेहतर हो सकता है।
जीविका से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में भी इसी तरह के रोजगार मेले आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। कुल मिलाकर यह रोजगार सह मार्गदर्शन मेला ग्रामीण युवाओं के लिए उम्मीद और अवसर का एक सशक्त मंच बनकर सामने आया।
