सहरसा जिला जहाँ प्रेक्षागृह मे जीविका किसान दीदियों द्वारा निर्मित कंपनी (सहरसा वूमेन जीविका प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड) का आज चौथा वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जिलाधिकारी आनंद शर्मा और कंपनी की सदस्य किसान जीविका दीदीयों ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया ।
जीविका किसान दीदियों को संबोधित करते हुये जिलाधिकारी- आनंद शर्मा ने बताया कि इस कंपनी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कंपनी महिलाओं के द्वारा बनाया गया है । आज के इस तकनीकी युग मे महिला और पुरुष दोनों समान है, मशीन कोई भी हो, उसे चालू करने वाले महिला हो या पुरुष, उत्पादन उतना ही आता है । के युग मे जिनके पास जितनी बुद्धि होगी वो उतना आगे रहेगा ।
इसका उद्देश्य छोटे एवं मध्यम वर्ग के किसानो को उचित मूल्य मे खाद बीज उपलब्ध करना
इस का निर्माण 13-जून-2018 को कंपनी एक्ट के तहत किया गया । इसका उद्देश्य छोटे एवं मध्यम वर्ग के किसानो को उचित मूल्य मे खाद बीज उपलब्ध करना एवं उनके द्वारा उत्पादित किए गए फसलों को उचित मूल्य पर बाज़ार मे बेचने मे सहायता करना तथा बेहतर लाभ पहुचाना है । जब इस कंपनी का गठन 118 किसान दीदियों के साथ किया गया, आज के तिथी मे कंपनी 1800 अंशधारक दीदियों के साथ कार्य कर रही है ।
जीविका किसान दीदियाँ विभिन्न उत्पादक कंपनी से जुड़ कर खाद बीज तथा अपने उत्पादित फसल को बेहतर मूल्य पर कंपनी को बिक्री कर के लाभान्वित हो रही है । वित्तीय वर्ष 2018-19 मे कंपनी का कारोबार 01 लाख 95 हज़ार मात्र था जो बढ़कर आज 2021-2022 वित्तीय वर्ष मे 01 करोड़ 45 लाख लगभग हो गया है । जो बहुत ही काबिल ए तारीफ है । कंपनी को NCDEX से वर्ष 2020-21 के लिए “उभरता हुआ फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी” का सम्मान मिला हुआ है ।
कंपनी के द्वारा लगातार मक्का खाद्य बीज आदि कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जा रहा है इसलिए हम लोग अगले वित्तीय वर्ष में 1.5 मीट्रिक टन /घंटा क्षमता वाले आटा प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने का लक्ष्य रखा है एवं मछली का दाना बनाने की इकाई मखाना प्रोसेसिंग आदि की शुरुआत करना है । कंपनी को लेकर हम चाहते है कि भविष्य में इंटीग्रेटेड फार्मिंग आदि कार्य पर विशेष फोकस करें ताकि हर घर में इसका उत्पादित सामान उपयोग हो ।
कार्यक्रम मे मुख्य रूप से जीविका डीपीएम- अमित कुमार, सीईओ SWJPCL- राहुल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी- ज्ञानचंद शर्मा, प्रबंधक जीविकोपार्जन- आशीष कुमार एवं सेंकड़ों जीविका किसान दीदियाँ शामिल हुई ।