भागलपुर सुलतानगंज के अजगैबीनाथ. धाम मे विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की पहली सोमवारी पर मुंगेर जिला सीमा प्रारंभ कच्ची कांवरिया मोड़ कमराय के समीप एक कलयुगी श्रवण कुमार अपने माता पिता को भगवान मानकर तीर्थ यात्रा पर देवघर के लिए रवाना हुए।
जहानाबाद के रहने वाले चंदन कुमार को मन में आया कि क्यों नहीं अपने माता पिता को तीर्थाटन करवाएं। पति पत्नी एवं अपने तीन बच्चों के साथ मिलकर अपने माता-पिता को सुल्तानगंज से गंगा जल भर अपने कांधे पर लेकर देवघर को रवाना हो गए।
इस संबंध में चंदन कुमार जिला जहानाबाद बीरपुर तिवारी के रहने वाले हैं ने बताया कि हम प्रत्येक महीने सत्यनारायण भगवान का पूजा अपने घर में करवाते हैं जब मैं आरती लेकर पूजा से उठा तो मेरे मन में लालसा हुई कि क्यों नहीं अपने माता पिता को अपने कंधे पर लेकर देवघर तीर्थाटन करवाएं हालांकि इसका विरोध माता-पिता ने करते हुए कहा कि हम लोग वजनदार हैं
तुम कैसे अपने कंधे पर दोनों को इतनी बड़ी सौ किलोमीटर की पद यात्रा तय करोगे बावजूद चंदन अपने माता पिता को मनाकर सुल्तानगंज से जल भरकर देवघर को रवाना हो गए। कहते हैं
हमारे किस्मत हाथ की लकीरों को मोहताज नहीं।। सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है और ना ही कोई पूजा।।
इस कलयुगी सरवन कुमार चंदन ने अपने माता पिता के प्रति प्रेम को दर्शाता है और एक संदेश दे रहा है कि माता पिता से बड़ा कोई धर्म नहीं।