पथ प्रमंडल बांका के अंतर्गत क्रियान्वित सुल्तानगंज से दुम्मा कच्ची कांवरिया पथ में श्रावणी मेले के दौरान किए गए कार्यों में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। इस मामले में दोषी एजेंसियों के साथ ही संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।

उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि श्रावणी मेले के दौरान इस पथ के करीब 82 किलोमीटर लंबे पथांश में मिट्टी कार्य, रेनकट मरम्मत, बालू बिछाने, जल छिड़काव समेत कई कार्य कराए गए थे। मेले के दौरान सड़क के रखरखाव को लेकर उड़नदस्ता टीम की जांच में कुछ संदेहास्पद अनियमितताओं की रिपोर्ट विभाग को मिली। इस पर विभाग ने संवेदक पर बिहार ठेकेदारी नियमावली के तहत कार्रवाई करने की अनुशंसा की है। इसको देखते हुए संवेदक पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। साथ ही इससे जुड़े सभी पदाधिकारियों से एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा गया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमने निर्देश दे रखा है कि अनियमितता और पारदर्शिता से समझौता नहीं किया जा सकता है। किसी भी परियोजना का ससमय, लागत प्रभावी क्रियान्वयन पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से सुनिश्चित करना विभाग से जुड़े हर व्यक्ति की प्राथमिकता होनी चाहिए।

प्रमंडल बांका के अंतर्गत क्रियान्वित सुल्तानगंज से दुम्मी कच्ची कांवरिया पथ में श्रावणी मेले पर किए गए कार्यों में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। इस मामले में दोषी एजेंसियों के साथ ही संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।

उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि श्रावणी मेले के दौरान इस पथ के करीब 82 किलोमीटर लंबे पथांश में मिट्टी कार्य, रेनकट मरम्मत, बालू बिछाने, जल छिड़काव समेत कई कार्य कराए गए थे। मेले के दौरान सड़क के रखरखाव को लेकर उड़नदस्ते द्वारा कराई गई जांच में कुछ संदेहास्पद अनियमितताओं की रिपोर्ट विभाग को मिली। इस पर विभाग ने संवेदक पर बिहार ठेकेदारी नियमावली के तहत कार्रवाई करने की अनुशंसा की है। इसको देखते हुए संवेदक पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। साथ ही इससे जुड़े सभी पदाधिकारियों से एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा गया है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमने निर्देश दे रखा है कि अनियमितता और पारदर्शिता से समझौता नहीं किया जा सकता है। किसी भी परियोजना का ससमय, लागत प्रभावी क्रियान्वयन पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से सुनिश्चित करना विभाग से जुड़े हर व्यक्ति की प्राथमिकता होनी चाहिए।

भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस के साथ समेकित विकास प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की कार्यशैली रही है। यही वजह है कि सार्वजनिक जीवन के इतने बड़े कार्यकाल में इन दोनों नेताओं की शुचिता और ईमानदारी पर कोई ऊंगली नहीं उठा सकता। यही हमारी डबल इंजन सरकार की असली पहचान है।

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