विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है और ये बात किसी से छिपी नहीं है। भागलपुर के एक विद्यालय में 600 बच्चों की बीच मात्र दो शिक्षक ही पढ़ाने वाले हैं। कहानी ये है कि एक ही कमरे में तीन-तीन क्लास लगानी पढ़ रही हैं।

भागलपुर । एक एक कमरे में तीन तीन कक्षा को पढ़ाने के लिए विद्यालय के शिक्षक मजबूर हैं। यह विद्यालय कोसी पार प्रताप नगर पंचायत के मध्य विद्यालय ठाकुर जी कचहरी टोला का है। यहां पर 622 बच्चे नामांकित है।जिसे पढ़ाने के लिए मात्र 3 शिक्षक हैं। एक शिक्षक प्रशिक्षण में रहने के कारण वह कक्षा नहीं आते हैं। मात्र दो शिक्षक 10 कमरे होने के कारण पठन-पाठन में कोई परेशानी नहीं है। लेकिन शिक्षक नहीं होने के कारण एक एक कमरे में तीन तीन कक्षाएं चलती हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा लगातार शिक्षक के अभाव को लेकर के वरीय पदाधिकारी को भी लिखित व मौखिक जानकारी दिया है।लेकिन शिक्षक नियुक्ति होने के बाद मिलने के आश्वासन सिर्फ मिलता है।

क्या कहते हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक

प्रभारी प्रधानाध्यापक अजीत कुमार राय बताते हैं कि विद्यालय में सभी तरह की व्यवस्था है। अगर शिक्षक की व्यवस्था हो जाए तो किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। यहां पर कक्षा एक से लेकर के आठवीं तक की पढ़ाई होती है। शिक्षक के अभाव में पठन-पाठन सही से नहीं हो पाता है।

क्या कहते हैं स्थानीय लोग

ठाकुर जी कचहरी टोला कदवा के लोगों के द्वारा बताया गया कि इस विद्यालय में शिक्षक की कमी हर समय रहा है। शिक्षक भरपूर मात्रा में मिले तो इस विद्यालय में पढ़ाई भी हो सकता है।यहां पर छात्रों की उपस्थिति भी सही है लेकिन शिक्षक नहीं है ग्रामीण रूपेश कुमार मनोज मंडल सुकेश राय बताते हैं कि हम लोगों ने भी कई बार वरीय पदाधिकारी को जानकारी दी है कि इस विद्यालय में शिक्षक की सख्त जरूरत है। लेकिन शिक्षक नहीं मिलने के कारण पठन-पाठन में परेशानी होता है।

क्या कहते हैं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार झा ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक का अभाव है। हम लोगों ने भी इसके नियोजन के लिए पदाधिकारी से बात किया है। जल्दी वहां पर शिक्षक की नियुक्ति होने के उपरांत नियुक्त किया जाएगा।

असामाजिक तत्वों जमावड़ा:  विद्यालय परिसर में कर देते हैं शौच

यहां के स्थानीय मुखिया के द्वारा चारदीवारी बनाने को लेकर के शौचालय की चारदीवारी को तोड़ दिया। जिसके कारण चारदीवारी पिछले कई महीने से नहीं बनने के कारण असामाजिक तत्वों के द्वारा विद्यालय में आए दिन शौच कर देते हैं। या तो कमरे का ताला तोड़कर कोई सामान चोरी कर लेते हैं। इस विद्यालय में 2 आंगनवाड़ी केंद्र एवं कक्षा 1 से लेकर के आठवीं तक की पढ़ाई होती है। लेकिन शौचालय नहीं रहने के कारण शिक्षक एवं छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मुखिया के द्वारा बताया गया कि चारदीवारी का निर्माण कराया गया है। जो बचा हुआ कार्य है वह जल्द ही निर्माण कर लिया जाएगा।

विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अजीत कुमार राय ने बताया कि चारदीवारी नहीं रहने के कारण विद्यालय में आए दिन किसी न किसी की अप्रिय घटना होते रहता है। मुख्य दरवाजा भी खुला हुआ है। जिसके कारण लोग आते जाते ते रहते हैं। सुरक्षा नहीं हो पाता है वही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि विद्यालय की चारदीवारी टूटने एवं शौचालय का दीवार टूटने को लेकर के हमने प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी अवगत कराया है इसे निर्माण कराने के लिए जल्द से आश्वासन भी दिया गया है।

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