बाल श्रम पर अंकुश लगाने के लिए राज्य के मंदिर, मस्जिद, अस्पताल व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सूचना पट्ट लगाए जाएंगे।
श्रम संसाधन विभाग ने इसकी योजना बना ली है। इसके लिए सरकार के अन्य विभागों की भी सहायता ली जाएगी।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार बाल श्रम के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए ग्रामीण इलाकों में विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
विशेषकर पंचायतों में स्थित महत्वपूर्ण जगहों स्कूल, मंदिर, मस्जिद, अस्पताल, पंचायत भवन आदि जगहों पर सूचना पट्ट लगेगा।
इस पर बाल श्रम संबंधित कानून और विभाग के अधिकारियों का मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया जाएगा ताकि बाल श्रम के संदिग्ध मामलों की सूचना अधिकारियों तक दी जा सके।
बाल श्रम के खतरों के बारे में लोगों को शिक्षित किया जाएगा।
घर-घर जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
एक समिति बनाई जाएगी जो घर-घर सम्पर्क करेगी और बाल श्रम के बारे में बताएगी।
वार्ड स्तर पर होगी निगरानी
बाल श्रम की निगरानी वार्ड स्तर पर कराई जाएगी। इस काम के लिए वार्ड स्तर पर एक प्रणाली स्थापित की जाएगी।
उस वार्ड के अधीन बाल श्रम होने पर वार्ड सदस्य सरकार के संबंधित अधिकारियों को उसकी सूचना देंगे।
खासकर सरकारी योजनाओं में किसी भी कीमत में बाल श्रम न हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा। भौतिक कार्यों के अलावा सोशल मीडिया का भी सहयोग लिया जाएगा।
जागरुकता प्रयासों को सोशल मीडिया के माध्यम से जनस्तर तक पहुंचाया जाएगा। उपस्थित लोगों को अपने अनुभव साझा करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
इवेंट-विशिष्ट हैशटैग जैसे से नो चाइल्ड लेबर का प्रयोग किया जाएगा।