मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट आ गयी है।
साथ ही सबकी वास्तविक संख्या की जानकारी भी सार्वजनिक हो चुकी है।
अब अगले शीतकालीन सत्र में कुछ बड़े फैसले होंगे। इसकी तैयारी हो रही है। हालांकि उन्होंने यह जानकारी नहीं दी कि क्या फैसले लिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान ही इसकी जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि केन्द्र के असहयोग के बावजूद उन्होंने जातीय गणना सफलतापूर्वक करा लिया। अब इसपर आगे काम करना है।
मुख्यमंत्री शनिवार को एक अणे मार्ग स्थित सीएम आवास में राज्यभर के अल्पसंख्यक नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे।
बैठक में सभी 38 जिलों से बड़ी संख्या में तकरीबन 400 अल्पसंख्यक समाज के लोग आए थे। इनमें देश के प्रतिनिधि मुस्लिम संगठनों के भी नामचीन प्रतिनिधि शामिल हुए।
सुबह 11 बजे से ढाई घंटे चली बैठक में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान शामिल थे।
बैठक का संयोजन विधानपार्षद खालिद अनवर ने किया। मुस्लिम नेताओं ने मुख्यमंत्री को अपना शत प्रतिशत समर्थन देने का आश्वासन दिया।
अल्पसंख्यकों के लिए हम काम करते रहे हैं
नीतीश कुमार ने कहा है कि अल्पसंख्यक समाज हमेशा मेरे साथ रहा है। अल्पसंख्यकों के कल्याण व उनके विकास के लिए हमलोग हमेशा काम करते रहेंगे। जब एनडीए के साथ थे तब भी अल्पसंख्यकों के विकास व समृद्धि के लिए बगैर किसी दबाव के काम किया।
वर्ष 2010 के चुनाव में 50 फीसदी से अधिक अल्पसंख्यकों का वोट एनडीए को मिला। लेकिन, अब भाजपा पुरानी वाली भाजपा नहीं है। वह बदल चुकी है।