मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार की शाम तीन दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचे। माना जा रहा है कि सात माह बाद उनके दिल्ली जाने से विपक्षी एकता की मुहिम को मजबूती मिलेगी।
जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार अपने इस दौरे के दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं से बात करेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि सीएम के दौरे के बाद वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकजुटता की पहल पर कोई सहमति बन सकती है। सीएम के साथ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और जल संसाधन मंत्री संजय झा भी दिल्ली गये हैं।
दिल्ली पहुंचने पर एयरपोर्ट से मुख्यमंत्री सीधे राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मिलने सांसद मीसा भारती के आवास पर पहुंचे। इससे पहले बिहार में महागठबंधन सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री गत पांच सितंबर, 2022 को चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली गये थे। वहां वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई दलों के शीर्ष नेताओं से मिले थे। मुख्यमंत्री हमेशा कहते रहे हैं कि मेरी इच्छा है कि वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव में अधिक-से-अधिक विपक्षी पार्टियां साथ आएं, ताकि भाजपा को सत्ता से बेदखल किया जा सके।
सत्र के बाद निकलेंगे
इसी वर्ष जनवरी में अपनी समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि अभी हम सभी जिलों में जाकर विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। इसके बाद विधानमंडल का बजट सत्र होगा। सत्र के बाद हम विपक्षी एकता को लेकर दिल्ली अथवा अन्य जगहों पर जरूरत के अनुसार जाएंगे।
वहीं, गत 18 फरवरी को पटना में भाकपा माले के महाधिवेशन में मुख्यमंत्री ने कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस को आगे आना चाहिए और विपक्षी एकजुटता में देरी नहीं करनी चाहिए। हमलोग इंतजार कर रहे हैं। कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद से उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से मैं आपकी पार्टी के नेतृत्व से अपील कर रहा हूं कि वे पहले करें। इस पर सलमान खुर्शीद ने कहा था कि आपकी जो सोच है, वहीं हमारी पार्टी की भी है।
इधर विधानमंडल सत्र के दौरान ही गत 29 मार्च को सम्राट अशोक जयंती पर मुख्यमंत्री ने फिर कहा कि हम कांग्रेस की पहल का इंतजार कर रहे हैं। इसके दो-तीन दिनों के बाद ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने फोनकर तीन शीर्ष विपक्षी नेताओं-नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से विपक्षी एकता पर बात की थी। मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया है कि कांग्रेस के बगैर विपक्षी एकता असरदार नहीं होगा।
नई दिल्ली में विपक्षी एकता से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिर्फ इतना कहा कि इस संबंध में आपलोग से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि लालू जी से फोन पर बात होती रहती है, आज दिल्ली आकर उनसे मिले हैं। लालू प्रसाद से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने जदयू सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह से भी मुलाकात की। बताया जा रहा है कि बुधवार को मुख्यमंत्री की मुलाकात कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से हो सकती है।