कुढ़नी में जेडीयू की हार के बाद नीतीश कुमार की पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा उनपर हमलावर हैं. और इशारों- इशारों में नसीहत दे रहे हैं.
वही अब कांग्रेस पार्टी ने भी कुढ़नी की हार को लेकर नीतीश कुमार की शराबबंदी और ताड़ी पर प्रतिबंघ को हार की वजह बताया है. कांग्रेस पार्टी ने जेडीयू की हार के लिए ताड़ी को वजह बताया है. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा- कुढ़नी में महागठबंधन की हार की वजह ताड़ी को बताया है. उन्होंने कहा किबिहार में शराबबंदी और ताड़ी पर पाबंदी लगी हुई है. इसकी वजह से लोग नाराज हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कुढ़नी गए थे तो विरोध भी हुआ था. बीजेपी ने इसका फायदा उठाया और हमलोग कुढ़नी सीट हार गए.
अजीत शर्मा ने कहा बिहार में नीतीश कुमार जब बीजेपी के साथ थी तब दोनों ने मिलकर बिहार में शराबबंदी की थी लेकिन नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया तो बीजेपी इस मु्द्दे पर लोगों को बरगला रही है. बीजेपी पासी समाज और मुसहर समाज के लोगों को शराबबंदी के खिलाफ बरगला रही है जिसका फायदा बीजेपी को कुढ़नी में हुआ.
बीजेपी ने किया बरगलाने का काम
कांग्रेस नेता ने कहा कि ताड़ी पर रोक नहीं हटाने से पासी समाज के लोगों ने बीजेपी के पक्ष में मतदान किया. कांग्रेस नेता ने कहा कि शराबबंदी तो लोगों की हित में है लेकिन बीजेपी इसको लेकर बरगलाने का काम कर रही है. बीजेपी जब शाषण में थी तब इसकी चर्चा भी नहीं करती थी अब गरीब तबके के लोगों को बरगला रही है. अजीत शर्मा ने कहा कि कुढ़नी में पासी समाज और मुसहर समाज के 10 से 12 हजार वोटर ने ताड़ी बंद होने से नाराज होकर बीजेपी को वोट किया है. जिससे यहां महागठबंधन प्रत्यासी की हार हुई.
शराबबंदी पर उठाया था सवाल
इससे पहले अजीत शर्मा ने शराबबंदी पर सवाल उठाया था और कहा था-कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा है- शराबबंदी पर सरकार को सख्त रुख अपनाना चाहिए और सीनियर अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए या फिर शराबबंदी कानून को ही हटा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि-शराब बंदी की वजह से बिहार में दस हजार करोड़ रुपए राजस्व का घाटा राज्य को हो रहा है.