पटना। ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजद की सोच आज भी चरवाहा विद्यालय तक ही सीमित है, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में आईटीआई, पॉलिटेक्निक, मेडिकल कॉलेज जैसे आधुनिक शिक्षण संस्थानों की स्थापना कर राज्य के युवाओं के भविष्य को एक नई दिशा दी है।
श्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते 19 वर्षों में बिहार को जातीय उन्माद और अराजकता की राजनीति से मुक्त कर न्याय के साथ विकास की अवधारणा को साकार किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में जब नीतीश कुमार ने सत्ता संभाली, उस समय बिहार का वार्षिक बजट मात्र 24 हजार करोड़ रुपये था। लेकिन आज यह बढ़कर तीन लाख 17 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जो राज्य की सतत विकास यात्रा का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
राजद पर प्रहार करते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए और यह बताना चाहिए कि उनके माता-पिता ने अपने 15 वर्षों के शासनकाल में बिहार को क्या दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने न केवल अधोसंरचना के क्षेत्र में बिहार को विकसित किया, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और कानून-व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी उल्लेखनीय सुधार किए हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री के विजन का ही परिणाम है कि आज बिहार के दूरदराज के इलाकों में भी तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा की सुविधा उपलब्ध है। इससे राज्य के युवा आत्मनिर्भर बन रहे हैं और उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिल रहे हैं।
इस जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान जदयू के विभिन्न प्रकोष्ठों के संयोजक प्रो. नवीन आर्य चंद्रवंशी, पूर्व विधान पार्षद सतीश कुमार, प्रदेश महासचिव अरविंद कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। कार्यक्रम में आम जनता की समस्याओं को भी गंभीरता से सुना गया और उनके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
अंत में अशोक चौधरी ने कहा कि जनता को यह तय करना है कि वह अतीत की विफलताओं को दोहराना चाहती है या विकास के रास्ते पर चलना चाहती है। जदयू की सरकार जनहित और राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित है।