CM Nitish Kumar के मंत्रिमंडल का 11:30 बजे विस्तार होगा. राज भवन में राजपाल फागू चौहान नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे. जिन्हें मंत्री बनाना है उनमें से सभी को फोन किया जा चुका है. मंत्रिमंडल विस्तार में आरजेडी के सबसे अधिक मंत्री होंगे यह तय है. उसके बाद जेडीयू को सबसे अधिक मंत्री पद मिलेगा और उसमें से अधिकांश पुराने मंत्री को ही फिर से नीतीश कुमार मौका देंगे.
पटनाः बिहार में आज सुबह साढ़े 11 बजे नीतीश केबिनेट का विस्तार होगा. महागठबंधन सरकार के नए मंत्री आज शपथ ग्रहण करेंगे. मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों की लिस्ट पर मुहर लग चुकी है. सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को नए मंत्रियों की सूची भी सौंप दी है. इस सूची के मुताबिक आरजेडी के 16, जेडीयू के 8 और कांग्रेस कोटे से 2 मंत्री शपथ लेगें.
महागठबंधन की सरकार में होंगे 31 मंत्री होंगे: आज नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार होना अब तय है. राजभवन सूत्रों के अनुसार मंत्रियों के शपथ को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है. सूत्रों के अनुसार सुबह 11.30 बजे या उसके आसपास शपथ ग्रहण हो सकता है. खबर है कि नीतीश कुमार ने ज्यादातर पुराने मंत्रियों को मौका देने का फैसला लिया है. दो-तीन लोगों को छोड़कर ज्यादातर पुराने लोग ही शपथ लेंगे. जयंत राज और अशोक चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने की संभावना है, तो वहीं संजय झा, विजय चौधरी, श्रवण कुमार और बिजेंद्र यादव का मंत्री बनना तय माना जा रहा है. कुल 31 मंत्री महागठबंधन से बनाए जाएंगे.
JDU से संभावित मंत्री
1. विजय चौधरी
2.बिजेंद्र प्रसाद यादव
3.श्रवण कुमार
4.लेसी सिंह
5.मदन सहनी
6. सुनील कुमार
7. संजय झा
8. जमा खा
इसके अलावे अशोक चौधरी, शीला मंडल और सुमित सिंह भी मंत्री बन सकते हैं.
RJD से संभावित मंत्रियों की सूची
1.तेज प्रताप यादव
2.सुधाकर सिंह
3.आलोक मेहता
4.अनीता देवी
5.चंद्रशेखर यादव
6.सुरेंद्र यादव
7.सर्वजीत पासवान
8.समीर महासेठ
9.मास्टर कार्तिकेय सिंह
10. शाहनवाज आलम
11. राहुल तिवारी
12. सुनील सिंह
कांग्रेस से संभावित मंत्रियों के नाम
1.शकील अहमद खान
2.मुरारी प्रसाद गौतम
मंत्रिमंडल से माले ने बनायी दूरी : तेजस्वी यादव सूची लेकर लालू प्रसाद यादव से मिल चुके हैं. साथ ही कांग्रेस की अध्यक्षा से भी मुलाकात कर चुके हैं. सीपीआई और सीपीएम के नेताओं से भी मिल चुके हैं. माले ने पहले ही मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने की घोषणा कर दी है. जदयू में अधिकांश पुराने मंत्रियों को फिर से मौका मिलेगा.