नवनिर्मित पुराने एनएच 80 का अलकतरा तेज तापमान बर्दास्त नहीं कर पा रहा है। 45 डिग्री सेल्सियस सहने वाली सड़क पर मात्र 37-38 डिग्री में ही अलकतरा पिघलने लगा है। शुक्रवार को 38 डिग्री तापमान रहने पर घंटाघर और स्टेशन चौक के पास सड़क का अलकतरा वाहनों के दबाव पर स्पंज होने लगा।
जिससे लोगों को डर साल रहा है कि यदि 40 से पारा पार हुआ तो कहीं सड़क का अलकतरा रोड से नीचे ना आ जाए। हालांकि विभाग ने सड़क पिघलने की बातों से इंकार किया है।
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि जिस जगह पर अलकतरा पिघलने की बात सामने आ रही है। वहां मास्टिक स्फाल्फ बिछाया गया है। इसमें अलकतरा मात्र 10.5 प्रतिशत होता है। तापमान बढ़ने पर फलेक्सेबुल होता है।
थिकनेस से ऐसा होता है। मौसम ठंड होने के बाद यह पुराने स्वरूप में आ जाता है। धीरे-धीरे यह एडजस्ट होता है। फिर ठोस रूप लेता है। मास्टिक सड़क बनाने में अलकतरा के अलावा रबर, स्टोन चिप्स और बालू मिलाया जाता है। मटेरियल में थोड़ा-बहुत ज्यादा-कम हुआ होगा। इसकी जांच कराएंगे।