सोमवार को बिहार के एनडीए सांसदों ने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में भागलपुर के सांसद अजय मंडल और खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा शामिल थे। दोनों सांसदों ने अपने-अपने लोकसभा क्षेत्रों से जुड़े जनहित के मुद्दों पर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित किया। विशेष रूप से भागलपुर सांसद अजय मंडल ने क्षेत्र की लंबे समय से लंबित समस्याओं और विकास से जुड़ी जरूरतों पर विस्तार से चर्चा की।
सांसद अजय मंडल ने प्रधानमंत्री को एक विस्तृत मांग पत्र सौंपा, जिसमें भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव और अनुरोध शामिल थे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की बाढ़ और कटाव की समस्या बेहद गंभीर है और इसका स्थायी समाधान आवश्यक है। गंगा और कोसी नदी के तटवर्ती इलाकों में हर वर्ष आने वाली बाढ़ और कटाव से हजारों लोग प्रभावित होते हैं। सांसद ने जाह्नवी चौक-बिंदटोली तटबंध एवं अन्य तटबंधों के सुदृढ़ीकरण परियोजना को जल्द स्वीकृति देने का आग्रह किया।
उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय के शीघ्र निर्माण को अत्यंत आवश्यक बताते हुए प्रधानमंत्री से इस दिशा में त्वरित कदम उठाने का अनुरोध किया। सांसद ने कहा कि विद्यापति की धरती और अंग प्रदेश की संस्कृति को समृद्ध करने के लिए यह विश्वविद्यालय बेहद महत्वपूर्ण है।
रेल से जुड़े कई सुझाव भी सांसद ने प्रधानमंत्री के समक्ष रखे। उन्होंने भागलपुर में रेल डिवीजन कार्यालय की स्थापना कराने, नई ट्रेनों की सुविधा उपलब्ध कराने और एलटीटी एक्सप्रेस, अंग एक्सप्रेस, अमरनाथ एक्सप्रेस तथा सूरत एक्सप्रेस में जनरल बोगियों की संख्या बढ़ाने की मांग रखी। इससे भागलपुर सहित पूरे सीमांचल और कोसी-भागलपुर क्षेत्र के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए भागलपुर में ईएसआई अस्पताल के शीघ्र निर्माण का आग्रह भी किया गया। सांसद ने कहा कि श्रमिकों और आम लोगों के लिए यह अस्पताल एक बड़ी सुविधा साबित होगा। साथ ही उन्होंने बाबा अनंत दास महाराज को पद्मश्री सम्मान देने का भी अनुरोध किया, ताकि क्षेत्र के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिल सके।
अंत में सांसद अजय मंडल ने कहा कि उन्होंने जनहित से जुड़े मुद्दों का विस्तृत पत्र प्रधानमंत्री को सौंपा है और उम्मीद है कि सभी मांगों पर जल्द सकारात्मक कार्रवाई होगी, जिससे भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों का समग्र विकास संभव हो सकेगा।
