भागलपुर जिले के नवगछिया में एक बच्चे को गोली लगी है. वहीं आक्रोशित ग्रामीणों की ओर से हमले में 12 से ज्यादा पुलिस बल घायल हैं. मौके पर कई थाने की पुलिस कैंप कर रही है.
भागलपुरः बिहार के भागलपुर के नवगछिया पुलिस जिले में गोलीबारी में एक बच्चे को गोली लग गई. बच्चे को गोली लगने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. ग्रामीणों ने ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे से पुलिस पर हमला कर खदेड़ दिया. इस दौरान 12 से ज्यादा पुलिस कर्मी के घायल हो गये हैं. कई पुलिस कर्मियों का कारतूस भीड़ में खो गया है. इस दौरान पुलिस के कई वाहन को भी क्षतिग्रस्त किया गया है. घटना नवगछिया के रंगरा थाना क्षेत्र के साधोपुर गांव की है. मौके पर नवगछिया एसडीपीओ दिलीप कुमार सहित कई थानों की पुलिस कैंप कर रही है.
”पुलिस मेरे चाचा वरुण कुमार को खोजने आयी थी. नहीं मिलने पर हमसे उनके बारे में पूछताछ करने लगे. मुझे मालूम नहीं था कि वे कहां हैं. लेकिन वे चाचा के बारे में पूछ रहे थे. जानकारी नहीं दे पाने पर रंगरा थानाध्यक्ष महताब आलम ने गोली मारी दी. गोली मेरे पांव में लगी है.”- राजीव कुमार, गोली से घायल बच्चा
ग्रामीणों का आरोपः साधोपुर गांव में हत्याकांड के अभियुक्त वरुण कुमार को पकड़ने रंगरा थानाध्यक्ष पुलिस महताब आलम के नेतृत्व में पुलिस टीम गई थी. पुलिस को मौके आरोपी वरुण नहीं मिला. आरोप है कि इसके बाद उसके 14 वर्षीय भतीजा राजीव कुमार से रंगरा थाना प्रभारी महताब आलम ने वरुण के बारे में पूछा. राजीव के जवाब से असंतुष्ट होने पर थानाध्यक्ष बिफर गये. इस दौरान मौके पर मौजूद ग्रामीण और थानाध्यक्ष महताब आलम में विवाद बढ़ गया. इसी दौरान थानाध्यक्ष ने गोली चला दी, जिसमें राजीव के पांव में गोली लग गई. घटना के बाद पुलिस ने घायल को बेहतर इलाज के लिए जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है.
पुलिस की अलग ही थ्योरीः वहीं दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि वह फ्लैग मार्च के लिए निकली थी. किसी बात को लेकर ग्रामीणों में अफवाह फैल गई और ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. नवगछिया एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस को बेहतर ट्रेनिंग मिली हुई है. हमारी पुलिस बेवजह गोली नहीं चलाती है. जब तक पुलिस के जान पर बनकर नहीं आ जाये, पुलिस अपनी तरफ से हमला नहीं करती है. एसडीपीओ ने बताया कि हमारे कई जवान घायल हुए हैं. घायलों की असल संख्या कितनी है. यह अभी नहीं कहा जा सकता है, लेकिन कम से कम 12 जवान घायल हैं.
“बकरीद को लेकर पुलिस फ्लैग मार्च पर थी. ग्रामीणों के बीच अफवाह फैल गई. अफवाह के बाद ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. हमले के दौरान भीड़ से किसी ने गोली चला दी, जो बच्चे को लग गई. बच्चे का इलाज जारी है. वह खतरे से बाहर है. जहां तक रंगरा थानाध्यक्ष महताब आलम या किसी पुलिस कर्मी की ओर से गोली चलाने की बात कही जा रही है वह गलत है. रंगरा थानाध्यक्ष की ओर से अगर गोली चलायी गई है तो उनके पिस्टल की जांच हो होगी. पुलिस बल के कुछ कारसूत गायब हैं. उसके बरामदगी के लिए प्रयास किया जायेगा.”- दिलीप कुमार, एसडीपीओ नवगछिया
अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गयाः हालात बेकाबू होता देख मौके पर नवगछिया, गोपालपुल सहित कई थाने की पुलिस टीम कैंप कर रही है. पुलिस की ओर से लोगों से शांति रखने की अपील की जा रही है. वहीं पुलिस की ओर बवाल के दौरान खोए कारतूस लौटाने की अपील की गई है.