सहरसा जिले के कनरिया थाना क्षेत्र के भुड़का घाट निवासी 46 वर्षीय नरेश मिस्त्री की शनिवार देर शाम सांप के डंसने से मौत हो गई। मृतक शिवनाथ मिस्त्री के पुत्र थे और परिवार का पालन-पोषण करते थे। वे पेशे से कार पेंटर थे और अपने पीछे पांच बेटियों और एक बेटे को छोड़ गए हैं।
जानकारी के अनुसार, नरेश मिस्त्री अपने घर के पास जलावन हटाने का काम कर रहे थे। इसी दौरान झाड़ी में छिपा एक विषैला सांप उन्हें डस गया। गंभीर स्थिति में परिजन उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की कोशिश करने लगे, लेकिन रास्ते में ही नरेश मिस्त्री की मौत हो गई।
इस घटना ने पूरे गांव में शोक का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीण और परिवार वाले मृतक के अचानक निधन से स्तब्ध हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और वे प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि नरेश मिस्त्री अपने काम और परिवार के लिए हमेशा तत्पर रहते थे और उनका जाना गांव के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र में अक्सर सांप निकल आते हैं और इस कारण सावधानी बेहद जरूरी है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि ऐसे आकस्मिक हादसों से बचाव के लिए स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाओं को और प्रभावी बनाया जाए।
पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने भी मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और उनके पुनर्वास और सहायता के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही गांव में लोगों को जागरूक करने के लिए सांप से सुरक्षा और प्राथमिक उपचार के तरीकों की जानकारी देने की पहल की जा रही है।
नरेश मिस्त्री की मौत ने परिवार और पूरे इलाके में गहरा शोक फैला दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके परिजनों को प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द सहायता प्रदान की जानी चाहिए, ताकि परिवार के बच्चों और अन्य सदस्यों की देखभाल सुनिश्चित हो सके।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में विषैले जीवों के खतरे और आकस्मिक मौतों से निपटने के लिए स्वास्थ्य और आपातकालीन प्रबंधों की व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है।
