सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर जिला सैनिक कल्याण बोर्ड, भागलपुर द्वारा जिले के ऐतिहासिक सैंडीस कंपाउंड में एक भव्य “शौर्य संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला प्रशासन के सहयोग से तथा जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी कर्नल संजय कुमार के नेतृत्व में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. नवल किशोर चौधरी, जिलाधिकारी भागलपुर थे।
कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी और उपस्थित पूर्व सैनिकों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से की गई। इसके बाद जिलाधिकारी ने तिरंगा झंडा फहराया, जिसे 47 बटालियन एनसीसी भागलपुर की गर्ल्स कैडेट्स ने राष्ट्रगान की धुन पर सलामी दी। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विभागों ने भी भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, भागलपुर की सचिव श्रीमती रंजीता कुमारी, ईसीएचएस भागलपुर के प्रभारी अधिकारी कर्नल जे. पी. एन. झा, तथा स्पर्श प्रकोष्ठ के ए.ए.ओ. श्री रमन सिन्हा ने सैनिकों के हित में संचालित विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी साझा की।
इस अवसर पर कर्नल संजय कुमार ने जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों के वस्त्रों पर आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग पिन लगाया। जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने भारतीय सेना के शहीदों की वीर नारियों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के हित में चल रहे कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत किया और मौके पर ही कुछ नए कल्याणकारी कदम उठाने की घोषणा भी की।
कर्नल संजय कुमार एवं अन्य अधिकारियों द्वारा भी सैनिकों की विधवाओं को दुशाला भेंट कर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में कुल 11 वीर नारियाँ, 53 सैनिक विधवाएँ, और 95 भूतपूर्व सैनिक शामिल हुए।
पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन अनरेरी कैप्टन सुनील कुमार राय ने किया।
वीर नारियों की सूची में शामिल प्रमुख नाम इस प्रकार हैं—
श्रीमती सीमा कुमारी (पत्नी—शहीद गनर संजीत कुमार)
श्रीमती सरिता देवी (पत्नी—शहीद नायक संजय कुमार यादव)
श्रीमती बेबी कुमारी (पत्नी—शहीद सिपाही कुंदन कुमार)
श्रीमती नीलम देवी (पत्नी—शहीद हवलदार अरुण कुमार यादव)
श्री मणिकांत सिंह (पिता—शहीद सिपाही ओम कुमार सिंह)
श्रीमती चंदा देवी (पत्नी—शहीद सिपाही शिव शंकर मंडल)
श्रीमती मंजू देवी (पत्नी—शहीद सिपाही राज नंदन पोद्दार)
श्रीमती सोनी देवी (पत्नी—शहीद सिपाही रणधीर कुमार)
सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम शहीदों के अमिट बलिदान का सम्मान करने के साथ ही समाज में सैन्य परिवारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का एक प्रेरणादायक उदाहरण बना।
