गंगा में पानी अधिक होने के कारण छठ व्रतियों को हो सकती है दिक्कत डीएम
भागलपुर; नगर आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर ने सोमवार को शहर के छठ घाटों का जायजा लिया। उन्होंने पुल घाट, जहाज घाट, मुशहरी घाट, बूढ़ानाथ घाट आदि जगहों को देखा। गंगा में पानी अधिक होने की वजह से इस बार गंगा घाटों पर छठ मां को अर्घ्य देने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विमर्श किया जा रहा है। नगर आयुक्त ने यह भी कहा है कि शहरवासियों से अपील की जाएगी कि गंगा में बाढ़ को देखते हुए लोग अपने घरों में ही सुरक्षित तरीके से छठ की पूजा करें।
नगर आयुक्त ने कहा कि जल्द ही जिलाधिकारी की अध्यक्षता में इसके लिए बैठक होगी। उसमें जो निर्णय होगा, उसके अनुसार काम किया जाएगा। विचार किया जा रहा है कि जिन घाटों के ऊपरी हिस्से में जगह मिलेगी, वहां 3-4 फीट चौड़ा और 50 फीट लंबा गड्ढा बनाकर छठ घाट बनाया जा सकता है। नगर आयुक्त नगर निगम की पूरी इंजीनियरिंग टीम के साथ निरीक्षण के लिए निकले थे। साथ में स्मार्ट सिटी कंपनी के इंजीनियर और अधिकारी भी शामिल थे। नगर निगम के प्रभारी सहायक अभियंता राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि अभी एक सप्ताह तक गंगा के जलस्तर को देख लेने की बात कही गई है। गंगा घाटों पर पहुंचने वाले लोगों की भीड़ को देखते हुए कुछ जगहों पर वैकल्पिक व्यवस्था पर विमर्श किया जा रहा है। इधर, नगर निगम के योजना शाखा प्रभारी रेहान अहमद ने बताया कि अभी जिलाधिकारी भी बैठक करने वाले हैं। नगर आयुक्त ने कहा है कि जिलाधिकारी की बैठक में जो दिशा निर्देश दिया जाएगा, उसके अनुसार तैयारी करायी जाएगी। ऐसे वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी रखने को भी कहा गया है। जहां जगह होगी, वहां 3 से 4 फीट की चौड़ाई में 50 फीट तक लंबाई वाला तालाब बना दिया जाएगा, ताकि व्रतियों को परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि मौजूदा स्थिति में काली प्रतिमा के विसर्जन के लिए पहले की तरह व्यवस्था नहीं हो सकेगी। सिर्फ मुशहरी घाट पर बड़ा कृत्रिम तालाब ही होगा जहां प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकेगा।