भागलपुर। सबौर थाना क्षेत्र के खानकित्ता पुल के पास मिले ट्रक ड्राइवर पिंटू राम के शव मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। मधेपुरा निवासी पिंटू राम की हत्या उसके ही ट्रक के खलासी मोहम्मद मुख्तार ने की थी। सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने प्रेस वार्ता कर घटनाक्रम का पूरा खुलासा किया और बताया कि हत्या की जड़ में नशे का विवाद था।
सिटी एसपी के मुताबिक, घटना वाले दिन खलासी मोहम्मद मुख्तार पहले से नशे की हालत में था। उसने पिंटू राम से स्मैक खरीदने के लिए पैसे मांगे। लेकिन पिंटू ने पैसे देने से साफ मना कर दिया। इसी बात पर दोनों के बीच तीखी बहस हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में आए मुख्तार ने ट्रक में मौजूद लोहे की रॉड उठाई और पिंटू पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमला यहीं नहीं रुका, उसने सब्जी काटने वाले चाकू से भी कई वार किए, जिससे पिंटू की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी मुख्तार रात के अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। अगले दिन खानकित्ता पुल के पास पिंटू राम का शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना सबौर पुलिस को दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की। मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल और अन्य इनपुट्स के आधार पर पुलिस लगातार मुख्तार की तलाश में जुटी रही।
लगातार प्रयासों का नतीजा यह हुआ कि घटना के चार दिन बाद सबौर पुलिस ने खलासी मोहम्मद मुख्तार को धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूलते हुए पूरा घटनाक्रम बताया। सिटी एसपी ने कहा कि यह मामला नशे की लत के कारण होने वाले अपराधों की एक और भयावह तस्वीर प्रस्तुत करता है।
पुलिस ने मामले में एक नाबालिग लड़के को भी हिरासत में लिया है, जो घटना के दौरान आरोपी के साथ मौजूद था। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है कि वह घटना में किस हद तक शामिल था या उसे वारदात की कोई जानकारी थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ट्रक और घटनास्थल से बरामद हथियारों को जब्त कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक टीम की जांच भी मामले की पुष्टि करती है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने चेतावनी दी कि नशे के कारोबार और इसके सेवन से जुड़े अपराधों पर पुलिस की सख्त निगाह है। उन्होंने लोगों से अपील की कि नशे से दूर रहें और किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
इस प्रकार, चार दिन की पुलिस कार्रवाई के बाद ट्रक ड्राइवर पिंटू राम हत्याकांड की गुत्थी पूरी तरह सुलझ गई है और मुख्य आरोपी सलाखों के पीछे है।

