बिहार में कमजोर पड़ा मॉनसून 28 जून से एक बार फिर जोर पकड़ सकता है. इस आशय का पूर्वानुमान आइएमडी ने जारी किया है. विशेष बुलेटिन में आइएमडी ने कहा कि पश्चिमी बिहार के कुछ जिले जहां मॉनसून अभी पहुंचा नहीं हैं, उसे भी 30 जून तक कवर कर लेगा. साथ ही उत्तरी-दक्षिणी बिहार के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी कर दी है.
सहरसा में सामान्य से 58% कम बारिश हुई
आइएमडी के मुताबिक बिहार में अभी तक सामान्य से 24% कम बारिश हुई है. रविवार को बिहार में केवल 0.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. बिहार में अभी तक 93.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है. सामान्य तौर पर 26 जून तक प्रदेश में करीब 123 मिलीमीटर बारिश होती रही है. किशनगंज और अररिया में सामान्य से 121 और 100 फीसदी अधिक बारिश हुई है. शेष 36 जिलों में बारिश सामान्य से बेहद कम रही है.
दक्षिण-पश्चिमी बिहार , जहां मॉनसून अभी तक पूरी तरह प्रभावी नहीं हुआ
जानकारी के मुताबिक शिवहर में सामान्य से 79%, वैशाली और औरंगाबाद में सामान्य से 76%, गोपालगंज में सामान्य से 74%, सारण में सामान्य से 73%, गया में सामान्य से 72%, भभुआ में सामान्य से 71% और भोजपुर में सामान्य से 68% कम बारिश दर्ज की गयी है. शिवहर और वैशाली को छोड़ कर यह सभी जिले दक्षिण-पश्चिमी बिहार के हैं, जहां मॉनसून अभी तक पूरी तरह प्रभावी नहीं हुआ है. यही वह जिले हैं, जहां इस साल लू का जबरदस्त कहर टूटा है. अभी तक वर्षा का सबसे बड़ा केंद्र भी यही इलाका बना हुआ है.
दक्षिणी बिहार के अन्य जिलों मसलन जहानाबाद में सामान्य से 50%, शेखपुरा और नवादा में सामान्य से 52%, रोहतास में सामान्य से 53%, अरवल में सामान्य से 56% और नालंदा में सामान्य से 57% कम बारिश दर्ज की गयी है. इसके अलावा 50% से कम बारिश वाले उत्तरी बिहार के हैं. मसलन दरभंगा में 51%, लखीसराय में 57%, और सहरसा में सामान्य से 58% कम बारिश हुई है.