सहरसा शहर के दहलान चौक के समीप स्थित एक मनिहारी और कॉस्मेटिक गोदाम में शनिवार देर रात अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरा गोदाम आग की लपटों में घिर गया। वहां रखे करीब 10 लाख रुपये के सामान पल भर में जलकर राख हो गए। इस हादसे ने पूरे इलाके में दहशत और अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया।
पीड़ित व्यवसायी दीपक गुप्ता ने बताया कि उनकी मुख्य दुकान सब्जी मंडी में स्थित है जबकि गोदाम दहलान चौक के पास एंबेसी होटल के पीछे गुप्ता परिसर के एक किराए के कमरे में बनाया गया था। रोज की तरह शनिवार रात करीब 9 बजे उन्होंने गोदाम बंद किया और घर चले गए। लेकिन दो घंटे बाद, लगभग 11 बजे स्थानीय लोगों ने फोन करके सूचना दी कि गोदाम से धुआं निकल रहा है और भीतर आग धधक रही है।
सूचना मिलते ही दीपक गुप्ता तुरंत मौके पर पहुंचे और फौरन फायर ब्रिगेड को कॉल किया। कुछ ही देर में दमकल की टीम परिसर में पहुंची और आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। घटना स्थल की गली बेहद संकरी होने के कारण टीम को गोदाम तक उपकरण पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके अलावा गोदाम के अंदर मनिहारी सामग्री, कॉस्मेटिक ज्वेलरी, प्लास्टिक आइटम और अन्य अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री भरी होने से आग और भी तेजी से फैलती चली गई।
दमकलकर्मियों ने लगभग ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत और लगातार पानी की बौछारों के बाद स्थिति पर नियंत्रण पाया। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक गोदाम के अंदर रखी पूरी सामग्री जलकर नष्ट हो चुकी थी। राख के ढेर और टूटे सामानों के बीच खड़े दीपक गुप्ता ने बताया कि गोदाम में कई तरह के मनिहारी और कॉस्मेटिक ज्वेलरी आइटम के साथ-साथ प्लास्टिक और दैनिक उपयोग की सामग्री रखी हुई थी। आग ने सबकुछ स्वाहा कर दिया, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते आग को नहीं बुझाया जाता तो यह आसपास के घरों और दुकानों तक फैल सकती थी, जिससे एक बड़ी घटना हो सकती थी। कई लोगों ने दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, जिन्होंने मुश्किल परिस्थितियों के बावजूद आग को फैलने से रोक लिया।
फिलहाल घटना के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन वास्तविक कारणों की पुष्टि जांच के बाद ही होगी। स्थानीय प्रशासन ने भी मौके का निरीक्षण किया और आगे ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा मानकों पर ध्यान देने की अपील की।
इस घटना के बाद क्षेत्र के अन्य दुकानदारों में भी चिंता का माहौल है। लोग अपने-अपने प्रतिष्ठानों की बिजली व्यवस्था और सुरक्षा उपायों की जांच करने में जुट गए हैं। वहीं, दीपक गुप्ता इस उम्मीद में हैं कि प्रशासन और बीमा विभाग से उन्हें किसी तरह की मदद मिल सके, ताकि वे फिर से कारोबार खड़ा कर सकें।
फायर ब्रिगेड की तेज प्रतिक्रिया से बड़े स्तर की दुर्घटना टल गई, लेकिन एक मेहनती व्यवसायी की वर्षों की पूंजी आग की भेंट चढ़ गई।
