ब्रिटेन में एक लेक्चरर को अपने सिख सहयोगी की ‘पगड़ी’ का मजाक उड़ाना महंगा पड़ गया। उसे देश के मेडिकल रजिस्टर से हटा दिया गया है। खबर है कि ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी में एक पुरूष नर्स एवं वरिष्ठ लेक्चरर को दुर्व्यवहार के एक मामले के चलते देश के मेडिकल रजिस्टर से हटा दिया गया है। आरोप है कि वह अपने सिख सहयोगी को उसकी धार्मिक मान्यताओं को लेकर परेशान करता था और उसकी पगड़ी का मखौल उड़ाता था।
नर्सिंग एंड मिडवाइफरी काउंसिल (एनएमसी) ने पिछले हफ्ते मौरिस स्लेवेन के खिलाफ मामले की डिजिटल तरीके से सुनवाई की थी। स्लेवेन पर एक सहयोगी सिख लेक्चरर के नस्ली उत्पीड़न के आरोप हैं जिसकी पहचान केवल ‘सहकर्मी-एक’ के रूप में की गई थी।
एनएमसी के सामने सबूतों के अनुसार, स्लेवेन के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने ‘सहकर्मी-1’ को उसकी पगड़ी के संदर्भ में सवाल किये, जैसे ‘‘आपकी पट्टी कहां है’’ और ‘‘आपने अपनी पट्टी क्यों नहीं पहनी है।’’ इसके अनुसार ‘‘सहयोगी-1 ने जब बताया कि यह ‘टोपी’ नहीं है, बल्कि ‘पगड़ी’ है तो इस पर कहा गया कि: ‘नहीं, यह एक टोपी है।’
एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय में नर्सिंग के एक वरिष्ठ लेक्चरर स्लेवेन ने कहा था कि उनका मानना है कि यह सिर्फ “दोस्तों के बीच मजाक” था। एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय (एआरयू) ने कहा कि मामले को उसकी आंतरिक प्रक्रिया के अनुसार निपटाया गया और आरोपी कर्मचारी अब एआरयू की सेवा में नहीं है।
