बिहार के गया जिले में लुटुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत भुसिया डैम के पास नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को सुरक्षा बलों ने समय रहते नाकाम कर दिया। यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित माना जाता है, और ऐसे इलाकों में लगातार सुरक्षा बलों द्वारा सघन अभियान चलाए जा रहे हैं। ताजा कार्रवाई में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है, जहां दस-दस किलोग्राम के तीन शक्तिशाली आईईडी बरामद किए गए। ये सभी विस्फोटक सीरियल तरीके से जमीन के नीचे प्लांट किए गए थे, जिनका मकसद सुरक्षा बलों को भारी क्षति पहुंचाना था।

बम निरोधक दस्ते ने किया सुरक्षित डिफ्यूज

सुरक्षा बलों के बम निरोधक दस्ते की तत्परता और दक्षता के कारण तीनों आईईडी को सुरक्षित तरीके से डिफ्यूज कर दिया गया। डिफ्यूजिंग ऑपरेशन के दौरान आसपास के जंगलों में तेज धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे इलाके में कुछ देर के लिए तनाव का माहौल बन गया। लेकिन ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा और किसी प्रकार की जनहानि या क्षति नहीं हुई।

मौके पर डी 215 नागोबार सीआरपीएफ, सी 215 बटालियन सीआरपीएफ, लुटुआ थाना पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां संयुक्त रूप से मौजूद थीं। सभी ने पूरी सतर्कता और समन्वय के साथ कार्रवाई को अंजाम दिया।

बड़ी घटना को अंजाम देने की थी योजना

प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। गयाजी और इसके आस-पास के इलाके, विशेषकर बिहार-झारखंड की सीमा पर लंबे समय से नक्सल गतिविधियों का गढ़ रहे हैं। हालांकि, सुरक्षा बलों की प्रो-एक्टिव रणनीति और निरंतर गश्त ने कई बार नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेरा है। इस बार भी समय रहते खुफिया इनपुट पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने बड़ी घटना को टाल दिया।

एसडीपीओ ने दी जानकारी

इस पूरी कार्रवाई को लेकर इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को तीन शक्तिशाली आईईडी मिले, जिन्हें जंगल में गहराई से छिपाया गया था। उन्होंने बताया, “गयाजी के लुटुआ थाना क्षेत्र के जंगलों में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। तीनों आईईडी को समय रहते डिफ्यूज कर दिया गया है और आगे भी नक्सल विरोधी कार्रवाई जारी है।”

उन्होंने यह भी बताया कि नक्सलियों के खिलाफ सघन सर्च ऑपरेशन लगातार चलाया जा रहा है और जल्द ही अन्य संदिग्ध गतिविधियों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

स्थानीय लोगों में बढ़ा भरोसा

इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास और भी गहरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि सुरक्षा बलों की लगातार मौजूदगी और सतर्कता से इलाके में शांति बनी हुई है। वहीं, प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत देने की अपील की गई है।

निष्कर्ष

गया जिले में नक्सलियों की इस साजिश को नाकाम करना सुरक्षा बलों की एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। समय रहते की गई इस कार्रवाई ने न केवल एक संभावित हादसे को रोका बल्कि नक्सलियों के मनोबल को भी तोड़ा है। सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और संयुक्त प्रयासों से यह क्षेत्र धीरे-धीरे नक्सल प्रभाव से मुक्त होता दिखाई दे रहा है।

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