बिहपुर, (भागलपुर) — मंगलवार की देर शाम बिहपुर थाना क्षेत्र के बभनगामा गांव में एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक शराब तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से करीब नौ लीटर विदेशी शराब बरामद की। यह कार्रवाई बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून के तहत की गई, जो राज्य सरकार द्वारा शराब के अवैध कारोबार को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से लागू किया गया है।
बिहपुर थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि बभनगामा गांव में एक व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से विदेशी शराब की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम का गठन कर कार्रवाई की योजना बनाई गई। पुलिस टीम ने गांव के धर्मेंद्र कुमार सिंह के घर के पीछे बने एक बासा (अस्थायी घर) पर छापेमारी की, जहां से उक्त शराब तस्कर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मौके से विभिन्न ब्रांड की करीब नौ लीटर विदेशी शराब जब्त की।
गिरफ्तार तस्कर की पहचान बभनगामा गांव निवासी के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह शराब की तस्करी का काम लंबे समय से कर रहा था और अपने घर के पीछे बने बासा को इस अवैध धंधे के लिए सुरक्षित ठिकाने के रूप में इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह शराब की आपूर्ति आस-पास के गांवों में करता था और ग्राहकों को गुप्त रूप से शराब पहुंचाने का काम करता था।
थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर बुधवार को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि शराब के अवैध कारोबार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस की छापेमारी अभियान आगे भी जारी रहेगी।
स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कुछ लोग लंबे समय से इस प्रकार के अवैध काम में लगे हुए थे, जिससे गांव का माहौल खराब हो रहा था। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से लोगों में कानून के प्रति विश्वास बढ़ा है और अवैध धंधे में लगे लोगों में भय का माहौल बना है।
बिहार सरकार द्वारा 2016 में लागू की गई पूर्ण शराबबंदी नीति का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस घटना से स्पष्ट होता है कि प्रशासन शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और अवैध कारोबार करने वालों पर लगातार नजर रखी जा रही है।
यह घटना एक बार फिर यह संकेत देती है कि यदि आम लोग और प्रशासन मिलकर काम करें, तो किसी भी अवैध गतिविधि पर अंकुश लगाया जा सकता है।