बिहार में कोरोना वायरस के अप्रत्याशित रुप से बढते संक्रमण के रोकथाम एवं इसके निरोधात्मक उपाय हेतु विशेष चौकसी एवं निगरानी की आवश्यकता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी डॉक्टरों एवं स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी है। 28 फरवरी, 2022 तक सभी डॉक्टरों व कर्मियों की छुट्टी रद्द की गयी है। इस संबंध में विभाग की विशेष कार्य पदाधिकारी रेणु कुमार ने जारी किया।
विभागीय आदेश के अनुसार सभी चिकित्सा पदाधिकारियों, संविदा नियोजित सहित (चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर निदेशक तक, चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के प्राचार्य/ अधीक्षक से लेकर जूनियर रेजिडेंट तक एवं निदेशक, विशिष्ट चिकित्सा संस्थान), तथा राज्य के सभी स्वास्थ्यकर्मियों, संविदा नियोजित सहित इसमें शामिल है, जिनकी छुट्टी रद्द की गयी है। अध्ययन अवकाश एवं मातृत्व अवकाश को छोड़कर अन्य सभी छुट्टियां रद्द की गयी है। जो डॉक्टर या कर्मी अवकाश पर है, उन्हें अविलंब योगदान देने का निर्देश दिया गया है।
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में अचानक तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार पूरी तरह अलर्ट है। सभी जिलों से इस संबंध में रिपोर्ट ली जा रही है। मंगलवार की शाम सात बजे से सभी जिलों और संबंधित विभागों की रिपोर्ट पर हम बैठक करेंगे। बैठक में एक-एक चीज की जानकारी ली जाएगी। साथ ही इस बैठक में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए एहतिहात बरतने और लोगों की गतिविधियों पर पाबंदी लगाये जाने पर भी चर्चा होगी। इसके बाद बुधवार को पबंदियों पर अंतिम निर्णय लेकर इसका ऐलान कर दिया जाएगा।