देश में तरफ सनातन धर्म को लेकर विवाद मचा हुआ है। विपक्षी दलों की नई गठबंधन आईएनडीआई एक तरफ से सनातन संस्कृति को लेकर विवादित बयान दिया जा रहा है। ऐसे में इस विवाद के बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ देवघर जाएंगे। लाल के आगमन को लेकर झारखंड में राजद कार्यकर्ताओं के बीच काफी उत्साह नजर आ रहा है।
दरअसल,विपक्षी दलों के गठबंधन के नेता सनातन धर्म को लेकर लगातार विवादित बयान दे रहे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे दयानिधि स्टालिन ने सनातन की तुलना बीमारी से की तो उसके बाद डीएम के नेता ए राजा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक ने भी इसको लेकर विवादित बयानबाजी की। इन बयानों के बीच लालू लगातार मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना करते हुए नजर आए। लेकिन इस दौरान सबसे रोचक बातें यह रही कि लालू के पार्टी के ही करीबी नेता और उनके भरोसेमंद साथी के तरफ सनातन संस्कृति को लेकर विवादित बयान दिया गया उनके द्वारा कहा गया कि टीका चंदन लगाने वाले नहीं भारत को गुलाम बनाया है।
वहीं, इस बढ़ते विवाद के बीच लालू यादव एक बार फिर से आज देवघर जाकर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करेंगे और यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि वह सनातन के खिलाफ नहीं है बल्कि सनातन संस्कृति के साथ हैं। लालू के देवघर जाने से ना सिर्फ पार्टी का कार्यकर्ताओं में यह मैसेज जाएगा कि उनकी पार्टी सनातन संस्कृति का सम्मान करती है बल्कि यह भी संदेश जाएगा की उन्हें सनातन धर्म के विरोध में कुछ नहीं बोलना है।
इधर, सनातन पर मचे विवाद के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी गया जी धाम जाकर विष्णु पद मंदिर में पूजा अर्चना कर यह संदेश दे चुके हैं कि वह सनातन धर्म के खिलाफ नहीं है बल्कि इसके साथ खड़े हैं इंडिया गठबंधन के नेता जो बयान दे रहे हैं वह उनका निजी बयान है ना कि विपक्षी दलों का संयुक्त बयान।