दिवाली को लेकर लक्ष्मी गणेश जी की मूर्तियों का बाजार पूरी तरह सज गया है, लेकिन इस बार कलश वाली लक्ष्मी और बाईं ओर सूंढ़ वाले गणेश जी की मांग ज्यादा है।
गुरुवार शाम तक बाजार सहित शहर के विभिन्न इलाकों में लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति वाली दुकान सज-धजकर तैयार हो गई थी। लोग भीड़ से बचने के लिये पहले ही खरीदारी करने लगे हैं। लेकिन पहली बार इस तरह देखने को मिला है कि मूर्ति में कुछ खास चीजों की लोग मांग कर रहे हैं। इसके लिये मूर्ति विक्रेता भी तैयारी कर चुके हैं। मूर्ति की खरीदारी में लोगों की अपनी मांगें बढ़ गई हैं। गुरुवार को खरीदारी कर रहे कई लोगों ने मांग की कि गणेश जी का सूढ़ बायीं ओर ही मुड़ा वाला चाहिये। उसे ज्यादा शुभ माना जाता है। खरीदारी करने तिलकामांझी से खलीफाबाग खरीदारी करने आई तिमांशा ने बताया कि लोग इस बात पर पहले ध्यान नहीं देते थे, लेकिन यह जरूर ध्यान रखना चाहिये। इससे घर में ज्यादा खुशियां आती हैं। वहीं बाजार में कलश वाली लक्ष्मी जी मूर्ति की मांग ज्यादा है। खरीदारी करने आई सिमरन और जीतन कुमार ने कहा कि जिस मूर्ति में कलश हो वह ज्यादा अच्छा होता है। इससे घर में समृद्धि आती है। आय का स्रोत बना रहता है। मूर्ति विक्रेता संजय ने बताया कि कोरोना काल में कई लोगों की नौकरियां गईं और आय का स्रोत बंद हो गया। शायद इसीलिये लोग कलश वाली लक्ष्मी जी की मूर्ति की ज्यादा मांग कर रहे हैं। दुकानदार अमित ने बताया कि कोरोना काल के पहले मूर्तियों में इतनी विशेषता नहीं खोजी जाती थी, लेकिन अब यह खोजी जा रही है।
100 रुपये से 51 सौ तक की मूर्ति
बाजार में मिट्टी की मूर्ति एक सौ से 51 सौ रुपये तक में मिल रही हैं। एक सौ रुपये में काफी छोटी मूर्ति है तो वहीं काफी बड़ी मूर्ति तीन हजार तक में हैं। उसी आकार की अन्य मूर्ति 51 सौ तक में है। इस मूर्ति की खासियत उसकी सजावट से है। उसकी रंगाई, कपड़े, गहने, चमक अन्य मूर्तियों से अधिक है। मूर्ति विक्रेता अंकित ने बताया कि यहां की मूर्ति या तो कोलकाता से आती हैं या फिर यहीं पर बनती हैं, लेकिन कोलकाता से बड़ी मात्रा में मूर्ति आती है।
पीओपी की मूर्ति काफी सस्ती
प्लास्टर ऑफ पेरिस वाली भी मूर्ति बाजार में उपलब्ध है, लेकिन वह कम कीमत पर मिलती है। ऐसी मूर्तियों की मांग काफी कम है। मूर्ति विक्रेता कार्तिक ने बताया कि पीओपी की मूर्ति कम आय वर्ग वाले खरीदते हैं। इसमें अच्छे से अच्छी मूर्ति दो सौ रुपये तक में उपलब्ध होते हैं।