गोपालपुर। अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे सैदपुर गांव निवासी कृष्ण कुमार की तबीयत शुक्रवार देर शाम अचानक बिगड़ गई। स्थिति गंभीर होते देख परिजनों और स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें एंबुलेंस के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) गोपालपुर लाया गया, जहां चिकित्सकों की निगरानी में उनका इलाज किया जा रहा है।

कृष्ण कुमार बीते कई दिनों से अंचल कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका आरोप है कि अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर है और आम जनता के छोटे-छोटे काम भी बिना रिश्वत के नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कई बार आवेदन देकर अपनी शिकायतों से प्रशासन को अवगत कराया, लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। इसी के विरोध में उन्होंने आमरण अनशन का रास्ता अपनाया।

अस्पताल में भर्ती होने के बाद कृष्ण कुमार ने बताया कि अनशन के दूसरे दिन भी किसी जिम्मेदार अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली। न तो अंचल प्रशासन की ओर से कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने आया और न ही उनकी मांगों पर कोई ठोस पहल की गई। उन्होंने कहा कि जब तक भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई और उनकी मांगों पर स्पष्ट निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

कृष्ण कुमार की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलते ही सैदपुर गांव और आसपास के क्षेत्रों में चिंता का माहौल फैल गया। कई सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और प्रशासन से मामले में शीघ्र हस्तक्षेप की मांग की। लोगों का कहना है कि एक आम नागरिक को अपनी जायज मांगों के लिए आमरण अनशन जैसे कदम उठाने पड़ रहे हैं, यह प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है।

इस मामले में अंचलाधिकारी रौशन कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। प्रशासन की चुप्पी को लेकर भी लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि अस्पताल लाने के बाद कृष्ण कुमार की स्थिति में सुधार है। फिलहाल उन्हें चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है और आवश्यक दवाइयां दी जा रही हैं।

कुल मिलाकर, अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहा यह आमरण अनशन अब एक गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। यदि समय रहते प्रशासन ने हस्तक्षेप नहीं किया, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कृष्ण कुमार की मांगों को लेकर क्या कदम उठाता है और इस पूरे मामले का समाधान कैसे किया जाता है।

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