आबकारी नीति मामले में सीबीआई ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से नौ घंटे सवाल किए। पूछताछ के बाद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि यह पूरा मामला फर्जी है।
उनके पास कोई सबूत नहीं है। वहीं, पूछताछ के विरोध में आप नेताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान 1500 लोगों को हिरासत में लिया गया। हालांकि, बाद में सभी को छोड़ दिया गया।
मुख्यमंत्री केजरीवाल सुबह करीब 11 बजे सीबीआई मुख्यालय पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने केजरीवाल से करीब 50 सवाल पूछे।
हालांकि, केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनसे आबकारी नीति को लेकर 56 सवाल किए गए। उन्होंने सभी के जवाब दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, सीबीआई ने आबकारी नीति के संबंध में जो सवाल पूछे उनमें यह भी शामिल था कि नीति कब और क्यों शुरू की गई थी। माना जा रहा है कि केजरीवाल को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल से नई आबकारी नीति के तहत मुनाफा बढ़ाने के संबंध में हुई बैठक में कथित तौर पर शामिल होने और कुछ लोगों से फेस टाइम पर बातचीत के बारे में भी पूछा गया।
सीबीआई अधिकारी ने बताया कि सीआरपीसी की धारा 161 के तहत केजरीवाल के बयान दर्ज किए गए। उनसे दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े कई सवाल किए गए। अब दिल्ली के सीएम के जवाब का मौजूदा सबूतों से मिलान कर बयान को सत्यापित किया जाएगा।
मामले में आगे की जांच जारी है। केजरीवाल पूछताछ के बाद रात करीब साढ़े आठ बजे एजेंसी के दफ्तर से निकले। अफसरों ने बताया कि उन्होंने दिन में भोजनावकाश लिया। आप नेता मनीष सिसोदिया को इस मामले में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था।
मानहानि केस में समन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री मामले में अहमदाबाद की कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को समन जारी किया है। मोदी की अकादमिक डिग्री को लेकर कथित अपमानजक बयान देने पर मानहानि मामले में कोर्ट ने दोनों को 23 मई को तलब किया है।
उन्होंने जितने सवाल पूछे, सबके जवाब दिए। हमारे पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है। यह कथित शराब घोटाला पूरी तरह फर्जी है। हम कट्टर ईमानदार हैं। किसी भी हालत में हम मर जाएंगे, मिट जाएंगे लेकिन बेईमानी नहीं करेंगे। इसलिए हमें फंसाया जा रहा है।