मायागंज अस्पताल के अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम कुमार दास ने बताया कि इस समय दो बैच के 200 मेडिकल छात्र इंटर्नशिप कर रहे हैं. इन्हें 15 हजार रुपये स्टाइपेंड दिया जा रहा है. मेडिकल छात्र 35 हजार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड की मांग कर रहे हैं.
भागलपुर: मायागंज अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार को मानदेय बढ़ाने की मांग पर ओपीडी सेवा को दो घंटे तक बाधित रखा. हड़ताल पर रहे जूनियर डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर सुबह 9 बजकर15 मिनट रक ओपीडी के सामने इकट्ठे होकर नारेबाजी की. इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने मरीजों के रजिस्ट्रेशन काउंटर को बंद करा दिया.
परेशान रहे मरीज
भीषण गर्मी में इलाज कराने आये मरीज व उनके परिजन रजिस्ट्रेशन शुरू होने के इंतजार में कतार में खड़े खड़े परेशान रहे. मरीजों व उनके परिजनों ने भी रजिस्ट्रेशन शुरू करने के लिए काउंटर पर बैठे कर्मचारियों पर खूब दबाव बनाया. जैसे ही कर्मचारी पर्ची काटना शुरू करते. जूनियर डॉक्टरों का झुंड काउंटर के अंदर पहुंच कर रजिस्ट्रेशन को बंद करा रहे थे. दो घंटे के दौरान रजिस्ट्रेशन को तीन बार शुरू करने का प्रयास किया गया.
मंगलवार को भी प्रर्दशन करने की चेतावनी दी
ओपीडी बंद रहने की सूचना पर अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम कुमार ने मौके पर पहुंच कर जूनियर डॉक्टरों से वार्ता की. जूनियर डॉक्टरों को बताया गया कि सभी सीनियर डॉक्टर मरीजों की जांच के इंतजार में बैठे हुए हैं. अधीक्षक की बात सुन कर सभी जूनियर डॉक्टर ओपीडी से बाहर निकलने गये. जूनियर डॉक्टरों ने मांग पूरी नहीं होने पर मंगलवार को भी ओपीडी सेवा बाधित करने की चेतावनी दी.
बिना डॉक्टर से चेकअप कराये कई मरीज लौटे
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण कई मरीज बिना इलाज कराये अस्पताल से वापस लौट आये. जबकि 11.15 बजे से शुरू हुई ओपीडी सेवा दोपहर एक बजे तक चली. इस दौरान 1280 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कर डॉक्टरों से इलाज कराया. इधर, मायागंज अस्पताल में अपेंडिक्स का ऑपरेशन कराने वाली मधेपुरा की सुनीता देवी सोमवार को ओपीडी में चेकअप नहीं करा पायी. वहीं अपने सीने में दर्द का इलाज कराने आयी कुमकुम ने बताया कि वह मध्य प्रदेश में रहती है. अपने ननिहाल नाथनगर आयी है. ओपीडी बंद रहने के कारण वह अपना इलाज नहीं करा पायी.
35 हजार रुपये स्टाइपेंड करने की मांग
मायागंज अस्पताल के अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम कुमार दास ने बताया कि इस समय दो बैच के 200 मेडिकल छात्र इंटर्नशिप कर रहे हैं. इन्हें 15 हजार रुपये स्टाइपेंड दिया जा रहा है. मेडिकल छात्र 35 हजार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड की मांग कर रहे हैं. यह निर्णय राज्य सरकार को करना है. मंगलवार को जूनियर डॉक्टर प्रदर्शन करेंगे या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है. अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि हड़ताल के कारण ओपीडी संचालन में काफी परेशानी हुई.