11 साल वर्ष पूर्व हुए दुष्कर्म के एक मामले में हम प्रवक्ता दानिश रिजवान पर सचिवालय थाने में 14 सितंबर को केस दर्ज किया गया है। झारखंड की रहने वाली एक आदिवासी महिला के बयान पर एफआईआर दर्ज की गयी है।
11 साल वर्ष पूर्व हुए दुष्कर्म के एक मामले में हम प्रवक्ता दानिश रिजवान पर सचिवालय थाने में 14 सितंबर को केस दर्ज किया गया है। झारखंड की रहने वाली एक आदिवासी महिला के बयान पर एफआईआर दर्ज की गयी है। महिला का आरोप है कि दानिश उसके बच्चे के पिता हैं। वर्ष 2011 में वह पटना आयी थी। यहीं पर उसकी मुलाकात दानिश से हुई। उस समय वह एक टीवी चैनल में कार्यरत थे।
एफआईआर में दर्ज आरोपों की मानें तो महिला अपना काम खत्म करने के बाद वापस पटना जंक्शन लौट रही थी। जिस समय महिला स्टेशन पहुंची थी, उस वक्त वहां कोई ट्रेन रांची के लिए नहीं थी। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्व वहां पहुंचे, जिनसे डरकर वह स्टेशन के बाहर आयी तो वहां दानिश को देखा और मदद मांगी।
महिला का आरोप है कि दानिश उसे सचिवालय थाना इलाके के एक फ्लैट में ले गये। वहां दो प्लेट खाना मंगवाया। खाना खाने के बाद उसे नशा हो गया। आरोप लगाया कि उसी वक्त दानिश ने गलत हरकत की। महिला ने एफआईआर में इस बात का जिक्र किया है कि जिस वक्त यह सब कुछ हुआ उस समय वह पूरी तरह से बेहोश नहीं थी, लेकिन अर्द्धबेहोशी की हालत में उसमें खुद को बचाने की ताकत नहीं थी। इस घटना के बाद किसी तरह वह अगले रोज सुबह छह बजे रांची के लिए रवाना हुई। वहीं, हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इस संबंध में कहा कि मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है।
महिला के लगाये गये आरोपों के बाद सचिवालय थाने की पुलिस इस मामले की जांच में जुट गयी है। पुलिस उस बच्चे का डीएनए जांच करवायेगी, जिसे महिला दानिश से होने का दावा कर रही है। वहीं, दुष्कर्म की एफआईआर होने के बाद दानिश की मुश्किलें भी बढ़ गयी हैं। मामला आदिवासी महिला से जुड़ा है लिहाजा पुलिस बारीकी से अनुसंधान करने में जुटी है।