बिहार में बीजेपी की दुर्दशा की कहानी अजीबो गरीब है. जेडीयू के नेता तो  हर रोज फजीहत कर ही रहे हैं. 4 विधायकों वाले जीतन राम मांझी तकरीबन हर रोज भाजपा को जलील कर रहे हैं. आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दलित के घर भोजन करने गये. ट्वीटर पर मांझी ने लिखा कि दलितों के घर खाना खाने वाले हमारा निवाला छीन रहे हैं.

मांझी का निशाना

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर में एक दलित परिवार में भोजन करने गये थे. उधर योगी खाना खा रहे थे और इधर जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर दिया. “चुनाव आया तो कई दलों के नेता दलित-आदिवासी परिवारों के घरों में भोजन करने जाएंगे। उनके विकास का हिस्साद खाने वालों, आखिर कब तक हमारे लोगों का निवाला छीनोगे”

मांझी ने अपने ट्वीट में किसी नेता का नाम तो नहीं लिया है लेकिन हर कोई समझ रहा है कि उनका निशाना किस पर है. उन्होंने ठीक उसी वक्त ट्वीट किया जब योगी आदित्यनाथ दलित परिवार में भोजन कर रहे थे. लिहाजा मांझी ने भले ही नाम नहीं लिखा लेकिन मैसेज यही गया कि वे बीजेपी और योगी आदित्यनाथ पर निशाना साध रहे हैं.

एक दिन पहले ही जीतन राम मांझी  ने एक दिन पहले सम्राट अशोक प्रकरण में इंट्री मारी थी. उन्होंने इस प्रकरण में भी बीजेपी पर हमला बोला था. मांझी ने  सम्राट अशोक को पिछड़ा बताकर कहा था कि जाति के कारण ही उन्हें अपमानित किया जा रहा है. मांझी ने सम्राट अशोक के अपमान के विरोध में दिल्ली  में जंतर-मंतर पर 17 जनवरी को आंदोलन करने तक का एलान कर दिया था. अब दलितों के मसले पर निशाना साध दिया है.

वैसे इससे पहले भी जीतन राम मांझी लगातार बीजेपी पर हमला करते आये हैं. पिछले एक साल में उन्होंने बीजेपी के लगभग हर एजेंडे का विरोध किया है. भगवान राम के मामले में उन्होंने बीजेपी को चिढ़ाने वाले बयान दिये. उनकी पार्टी बीजेपी पर नीतीश सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगा चुकी है. लेकिन सबसे हैरानी की बात बीजेपी की खामोशी है.

बिहार में मांझी के सिर्फ चार विधायक हैं. उनसे बीजेपी का कुछ होना जाना नहीं है. मांझी का सियासी वजूद क्या है ये बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दिख चुका है. वे राजद के साथ थे औऱ राजद ने उनसे सीट बंटवारे पर कोई बातचीत ही नहीं की. मांझी को नीतीश कुमार एनडीए में ले आकर आये. सियासी हलके में चर्चा होती रहती है कि मांझी नीतीश के इशारे पर ही बीजेपी पर हमला बोलते हैं.

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