सहरसा, बिहार – जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय महासचिव अपने दो दिवसीय दौरे पर सहरसा पहुंचे, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। जिले की सीमा पर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं के साथ उनका अभिनंदन किया और पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया।

इस दौरान जदयू महासचिव ने सहरसा जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और पार्टी के स्थानीय नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से बातचीत करते हुए जमीनी स्तर पर संगठन की स्थिति का जायजा लिया। सभी कार्यकर्ताओं से उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुट जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जदयू की शक्ति जमीनी कार्यकर्ता हैं, और उन्हीं के दम पर पार्टी एक बार फिर मजबूत स्थिति में सत्ता में वापसी करेगी।

मीडिया से बात करते हुए महासचिव ने कहा कि सहरसा की तीन विधानसभा सीटों पर एनडीए पहले से मजबूत स्थिति में है, लेकिन इस बार गठबंधन का लक्ष्य चारों सीटों पर विजय हासिल करना है। उन्होंने कहा, “सहरसा एनडीए और खासकर जदयू का गढ़ रहा है। यहां के कार्यकर्ताओं में जोश और समर्पण देखते ही बनता है।”

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में किसी भी स्थिति में पुरानी पार्टी को सत्ता में नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राज्य की जनता अब पिछली गलतियों को नहीं दोहराएगी और सुशासन, विकास, कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर एनडीए को ही चुनेगी।

जदयू महासचिव ने बताया कि एनडीए गठबंधन ने 2025 के चुनाव में 225 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य कार्यकर्ताओं की एकजुटता, संगठन की मजबूती और जनसमर्थन से पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल सत्ता में आना नहीं है, बल्कि बिहार को विकास के अगले पायदान तक ले जाना है।”

अपने संबोधन में उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे गांव-गांव जाकर जनता से संवाद करें, सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को जन-जन तक पहुँचाएं और पार्टी की नीतियों को विस्तार दें। उन्होंने संगठन को मजबूत करने और युवाओं को जोड़ने पर विशेष बल दिया।

पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में जब उनसे निसात कुमार के राजनीति में आने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि जब समय आएगा, सब स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जदयू में नेतृत्व को लेकर कोई भ्रम नहीं है, और पार्टी पूरी तरह संगठित एवं स्पष्ट दिशा में आगे बढ़ रही है।

अपने दौरे के अंत में उन्होंने सहरसा जिले की सामाजिक, शैक्षणिक और बुनियादी ढांचे से जुड़ी समस्याओं पर भी चर्चा की और भरोसा दिलाया कि केंद्र व राज्य सरकार मिलकर इन समस्याओं का समाधान करेंगी।

इस तरह, उनका यह दौरा जदयू के लिए न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से अहम रहा बल्कि आगामी चुनावों के लिहाज से भी पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करता नजर आया।

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