मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को 04 देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान राज्य के विभिन्न इलाके से आये 66 लोगों की उन्होंने फरियाद सुनी और इसके समाधान के लिए मंत्री व अधिकारियों को निर्देश दिये.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को 04 देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान राज्य के विभिन्न इलाके से आये 66 लोगों की उन्होंने फरियाद सुनी और इसके समाधान के लिए मंत्री व अधिकारियों को निर्देश दिये.
फरियादी की बात सुनने का दिया निर्देश
इसी दौरान कृषि विभाग से संबंधित एक शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह से बात की. मुख्यमंत्री ने कहा, आप जगह पर हैं, न. जनता के दरबार में जिस विभाग की सुनवाई होती है, उस विभाग के मंत्री भी मौजूद रहते हैं. कृषि विभाग की शिकायत आयी तो मुख्यमंत्री ने कृषि मंत्री को खोजा, उन्हें इंटरकाम लगाया और फरियादी की बात सुनने का निर्देश दिया.
सीएम ने मुख्य सचिव सहित कई अधिकारियों को तलब किया
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सोमवार को कई अधिकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निशाने पर रहे. मुख्य सचिव आमीर सुबहानी, प्रधान सचिव दीपक कुमार, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर एवं पंचायती राज विभाग के सचिव को तलब किया और आयी शिकायतों के तुरत समाधान के निर्देश दिये.
बिना काम के ही सरकारी राशि की निकासी हो गयी
जनता के दरबार में जब एक युवक ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमारे पंचायत में बिना काम किये,सरकारी राशि की निकासी कर ली गयी.कोई भी काम नहीं हुआ, लेकिन पैसा निकल गया. यह शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव आमीर सुबहानी को बुलाकर कहा कि यह देखिए. बिना काम के ही सरकारी राशि की निकासी हो गयी है. इसको देखना पड़ेगा न.इसकी जांच कराइए.
यह कैसे हो सकता है
एक महिला ने कहा कि हमारे पति सरपंच थे. 2021 में उनकी मृत्यु हो गयी थी.सरकार की तरफ से दी जाने वाली अनुग्रह राशि नहीं मिली. महिला की शिकायत सुन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भौंचक रह गये. उन्होंने कहा कि यह कैसे हो सकता है. प्रतिनिधियों की मौत के बाद तो सरकारी सहायता का प्रावधान हमने कर दिया है. इसके बाद भी क्यों नहीं मिला.
आप खुद इसको देखिये
मुख्यमंत्री ने तुरंत अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार को बुलाया और कहा कि कैसे नहीं सहायता राशि मिली. हमने तो कर दिया है. मुखिया,सरपंच जैसे जन प्रतिनिधियों की मौत के बाद सरकारी सहायता मिलती है. फिर क्यों नहीं मिला,आप खुद इसको देखिये.
तेजस्वी समेत ये रहे माैजूद
जनता के दरबार में कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वीप्रसाद यादव, वित्त सह वाणिज्य कर मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार सह गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा, भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी, कृषि मंत्री सुधाकर सिंह, सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री आफाक आलम उपस्थित थे.
ये भी थे मौजूद
इसके अलावा उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, पंचायती राज मंत्री मुरारीप्रसाद गौतम, लघु जल संसाधन मंत्री जयंत राज, पर्यटन मंत्री कुमार सर्वजीत, विधि मंत्री शमीम अहमद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह आदि मौजूद थे.