राज्य सरकार मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना और मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना में बड़ा बदलाव करने जा रही है। इसके लिए अब बच्चों को कोई आवेदन नहीं करना होगा। प्रोत्साहन राशि अब सीधे उनके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
वर्ष 2024 में जो परीक्षाफल प्रकाशित होगा, उसमें नयी व्यवस्था लागू रहेगी। शिक्षा विभाग ने इस योजना पर काम शुरू कर दिया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से समन्वय बनाकर इस योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा। पिछले साल लगभग सवा चार लाख लड़के-लड़कियों को 437 करोड़ रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया गया। इस साल यह राशि और बढ़ेगी। इस वर्ष लगभग 475 करोड़ रुपए वितरित होने का अनुमान है। इस समय राज्य सरकार प्रथम श्रेणी में मैट्रिक पास करने वाले बच्चों को 10-10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में देती है। यह एक तरह से उनके लिए छात्रवृत्ति जैसी है।
परीक्षा के समय ही ली जाएगी जानकारी
इस साल से मैट्रिक परीक्षा का फार्म भरने के समय ही बच्चों से पूरी जानकारी ले ली जाएगी। इसमें उनके बैंक खाते का विवरण और आधार संख्या समेत तमाम जानकारी होगी। इससे अगले साल जब उन्हें प्रोत्साहन राशि मिलेगी तो किसी प्रकार की जानकारी लेनी नहीं होगी। विद्यालय परीक्षा समिति से पुष्टि होने के बाद सीधे उनके बैंक खाते में पैसा भेज दिया जाएगा।
हमारा प्रयास है कि हम अगले वर्ष से ऐसे अभ्यर्थियों को परीक्षा फल प्रकाशन के बाद सीधे उनके खाते में पैसे भेज दें। बच्चों को भी फिर से आवेदन की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। दीपक कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा
