प्रारंभिक स्कूलों (कक्षा एक से आठ) का सिलेबस हर साल फरवरी तक पूरा कराना अनिवार्य होगा। वहीं, मार्च में सिलेबस का रिविजन व वार्षिक परीक्षा ली जाएगी। इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) ने नए सिरे से मासिक शैक्षिक कैलेंडर जारी किया है। इसमें पहली से आठवीं कक्षा तक के विषयवार किस माह में कितने पाठ को पूरा कराना है, यह तय कर दिया गया है।

बीईपी ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को मंगलवार को निर्देश दिया है कि शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार पाठ पूरा कराएं। कहा है कि इसको लेकर कोई मंतव्य हो तो दो दिनों में मुख्यालय को अवगत कराएं। बीईपी ने कहा है कि प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों की यह जिम्मेदारी होगी कि वे शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार बच्चों को पाठ पूरा कराएं। बीईपी ने जारी कैलेंडर में अप्रैल से मार्च तक में कौन-कौन से कार्य करने है, इसकी विस्तृत जानकारी दी है।

शैक्षिक कैलेंडर में बच्चों के गृह कार्य भी तय

शैक्षिक कैलेंडर में बच्चों को दिये जाने वाले गृह कार्य व मूल्यांकन को लेकर भी कौन-कौन से कार्य होंगे, यह तय कर दिया गया है। बीईपी ने जारी आदेश में कहा है कि गृह कार्य पठन-पाठन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह बच्चों में बुनियादी कौशल को बढ़ाता है। बच्चों में ज्ञान प्राप्त करने में सहायक होता है। इसलिए बच्चों को नियमित रूप से गृह कार्य दिये जाएंगे। इसी के आधार पर बच्चों का मूल्यांकन भी किया जाएगा। गृह कार्य को बच्चे पूरा किये हैं या नहीं, इसकी जांच अगले दिन शिक्षक करेंगे।

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