गोपालपुर। जल संसाधन विभाग की दो सदस्यीय विशेष टीम ने गोपालपुर क्षेत्र में गंगा नदी के तट पर चल रहे कटाव निरोधी कार्यों का गहन निरीक्षण किया। यह निरीक्षण स्पर संख्या छह एन से लेकर स्पर संख्या नौ तक किए जा रहे कार्यों पर केंद्रित था, जहां नदी द्वारा कटाव की समस्या को रोकने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

निरीक्षण टीम में भू-अर्जन विशेषज्ञ पंकज पटेल और सहायक अभियंता ई. नायाब मुबारक शामिल थे। टीम ने निरीक्षण के दौरान कट प्वाइंट का विशेष रूप से अवलोकन किया और कार्यस्थल पर मौजूद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कटाव निरोधी कार्यों की गति में तेजी लाई जाए ताकि मानसून से पहले आवश्यक संरचनाएं तैयार हो सकें।

टीम ने बारीकी से स्पर संरचनाओं में प्रयुक्त सामग्री, विशेषकर बोल्डर क्रेटिंग की गुणवत्ता की जांच की। इस दौरान यह पाया गया कि कुछ स्थानों पर छोटे-छोटे बोल्डरों का उपयोग किया जा रहा है, जो तकनीकी मानकों के अनुसार उपयुक्त नहीं है। इस पर टीम ने नाराजगी जताई और निर्देश दिया कि ऐसे बोल्डरों को तुरंत हटाया जाए और उनके स्थान पर मानक अनुसार बड़े और मजबूत बोल्डरों का उपयोग किया जाए।

निरीक्षण के समय अधीक्षण अभियंता ई. शैलेश कुमार, कार्यपालक अभियंता (ईई) गौतम कुमार और सहायक अभियंता ई. अमितेश कुमार भी मौके पर उपस्थित थे। अधिकारियों ने टीम को कार्यों की वर्तमान स्थिति, प्रगति और आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी दी।

टीम ने यह भी कहा कि कटाव निरोधी कार्यों का उद्देश्य केवल तट की रक्षा करना नहीं, बल्कि तटवर्ती गांवों और कृषि भूमि को बचाना भी है। इसलिए कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। निरीक्षण के बाद टीम ने अधिकारियों को नियमित मॉनिटरिंग करने और कार्य प्रगति की साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

गौरतलब है कि गोपालपुर क्षेत्र हर वर्ष गंगा नदी के कटाव से प्रभावित होता है, जिससे ग्रामीणों की आजीविका और भूमि दोनों पर संकट उत्पन्न होता है। ऐसे में इस प्रकार के निरोधात्मक कार्य ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।

इस निरीक्षण से यह स्पष्ट संकेत गया है कि जल संसाधन विभाग कार्यों को लेकर गंभीर है और समयबद्ध तथा गुणवत्ता युक्त निर्माण सुनिश्चित करना चाहता है।

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