पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि दोषियों को ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सुर में इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए देशवासियों को भरोसा दिलाया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मधुबनी की जनसभा में कहा, “अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति आतंक के आकाओं की कमर तोड़ देगी। पाकिस्तान ने निहत्थे पर्यटकों पर हमला कर अपनी असलियत फिर से दिखा दी है। अब उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी, जो उन्होंने कभी सोची भी नहीं होगी।”
गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान स्पष्ट किया कि भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा। उन्होंने कहा, “हम चुन-चुन कर बदला लेंगे। जब तक आतंकवाद समाप्त नहीं होगा, तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। इस देश की इंच-इंच जमीन से आतंकवाद को मूल समेत उखाड़ने का संकल्प अब सिद्ध होकर रहेगा।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपने तीखे बयान में कहा, “एक रक्षा मंत्री के रूप में मेरा दायित्व है कि देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करूं। जो देश की ओर आंख उठाएगा, उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। प्रधानमंत्री की कार्यशैली से सभी परिचित हैं, और उनके नेतृत्व में जैसा देश चाहता है, वैसा होकर रहेगा।”
सूत्रों के अनुसार भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, यूएई और रूस सहित कई देशों को इस हमले के संबंध में उठाए गए कदमों की जानकारी दी है। वरिष्ठ अधिकारियों ने इन देशों के समकक्षों से बात कर भारत की स्थिति स्पष्ट की है। अन्य देशों को भी जल्द ही सूचित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने अंगोला के राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान दोहराया कि “आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और भारत इसके खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
सरकार के इन सख्त बयानों से साफ है कि भारत अब केवल निंदा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि कार्रवाई के स्तर पर भी विश्व को यह दिखाएगा कि आतंकवाद को जड़ से मिटाने का संकल्प अब किसी भी कीमत पर टलेगा नहीं।