खबर बिहार के भागलपुर और आसपास के जिलों से है, जहां लगातार बढ़ रही ठंड ने आम जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। तापमान में लगातार गिरावट के कारण लोगों को कड़ाके की ठंड, शीतलहर और घने कोहरे का सामना करना पड़ रहा है। सुबह और देर रात ठंड का असर सबसे ज्यादा महसूस किया जा रहा है, जिससे सड़कों पर आवाजाही कम हो गई है और रोजमर्रा की जिंदगी ठहर सी गई है।
पिछले तीन दिनों से भागलपुर में कोल्ड वेव की स्थिति बनी हुई है। कोहरे और ठंडी हवाओं के कारण लोग घरों से निकलने में हिचक रहे हैं। बाजारों में सुबह के समय सन्नाटा पसरा रहता है, वहीं स्कूल, दफ्तर और कामकाज पर जाने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव, हीटर और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं।
बढ़ती ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। भागलपुर के मॉडल सदर अस्पताल में ठंड से प्रभावित मरीजों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा आठ बेड का एक रिजर्व वार्ड तैयार किया गया है, जहां ठंड से बचाव के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
इस रिजर्व वार्ड में मरीजों के लिए रूम हीटर, पर्याप्त संख्या में कंबल और जरूरी दवाइयों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही मरीजों के समुचित इलाज के लिए 24 घंटे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि किसी भी समय आने वाले मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मिल सके। ठंड से जुड़ी बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी, बुखार और हाइपोथर्मिया के मामलों को लेकर अस्पताल प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बढ़ती ठंड को देखते हुए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। जरूरत पड़ने पर बेड और सुविधाओं की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतें, गर्म कपड़े पहनें और अत्यधिक ठंड में घर से बाहर निकलने से बचें। भागलपुर में फिलहाल शीतलहर का यह दौर चुनौती बना हुआ है।
