भागलपुर ज़ोन के करदाताओं और कर पेशेवरों को बोगस क्लेम से बचाने और टैक्स नियमों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से आयकर विभाग की ओर से एक बड़े वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में भागलपुर, बांका, पूर्णिया, कटिहार समेत पूरे भागलपुर ज़ोन के प्रमुख टैक्स पेयर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, जिला प्रशासन के अधिकारी और डीडीओ शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार-झारखंड के प्रधान आयकर आयुक्त तुषार धवल सिंह ने कहा कि हाल के वर्षों में यह देखा जा रहा है कि टैक्स बेनिफिट पाने के लिए कई करदाता और कुछ कर पेशेवर विभिन्न तरीकों से बोगस क्लेम कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस तरह की गतिविधियों से न सिर्फ राजस्व को नुकसान होता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
प्रधान आयकर आयुक्त ने कहा कि इनकम टैक्स कानून के तहत हर तरह की आय पर टैक्स का प्रावधान है, लेकिन इसके बावजूद “गगरी में छेद करने वालों” की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने लोभ और लालच को ऐसी घटनाओं का मुख्य कारण बताया और करदाताओं से अपील की कि वे शॉर्टकट अपनाने से बचें और कानून के दायरे में रहकर टैक्स का भुगतान करें।
वर्कशॉप के दौरान एक अहम मुद्दे की ओर इशारा करते हुए तुषार धवल सिंह ने बताया कि नए दौर में फर्जी राजनीतिक पार्टी बनाकर चंदा इकट्ठा करने की प्रवृत्ति भी सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की इस तरह की गतिविधियों पर पैनी नजर है और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि भागलपुर ज़ोन के अधिकांश टैक्स पेयर और कर पेशेवर पहले से ही काफी जागरूक हैं और नियमों का पालन कर रहे हैं। उम्मीद जताई गई कि सभी करदाता ईमानदारी से सही टैक्स देकर राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे।
वर्कशॉप के जरिए आयकर विभाग ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि पारदर्शिता और ईमानदारी ही मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव है।
