सहरसा जिला जहाँ दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी ट्रेड यूनियनों की आम हड़ताल से बैंकों का कामकाज भी आंशिक रूप से प्रभावित हो सकता है. बैंक कर्मचारियों की यूनियनों के एक वर्ग ने दो दिवसीय इस हड़ताल का समर्थन किया है।मजदूर विरोधी कानून और निजीकरण के विरोध समेत आठ सूत्री मांगों को लेकर सहरसा जिले के बैंक कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं
बैंक कर्मियों के द्वारा अपने अपने काम को ठप कर अपनी मांगों को लेकर बैंक परिसर में ही प्रदर्शन किया इस दौरान बैंक कर्मियों के द्वारा प्रधानमंत्री और वित्त मत्री के विरोध में मुर्दाबाद के नारे बाजी भी की। इस दौरान राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता शहर के विभिन्न जगहों पर घूम घूम कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बाजार बंदी करवाया इंटक के जिला अध्यक्ष सत्य नारायण चौपाल ने बताया कि सरकार मजदूरों पर रोलर चलाने का काम कर रही है
और निजीकरण करने में लगी है जो मरते दम तक नहीं होने देंगे उन्होंने कहा प्रमुख मांगों में श्रम संहिता को समाप्त करना, किसी भी प्रकार के निजीकरण को रोकना, राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन को समाप्त करना, मनरेगा के तहत मजदूरी के लिए आवंटन बढ़ाना और ठेका श्रमिकों को नियमित करना शामिल है।
अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो आगे भी हमारे हड़ताल इसी तरह से जारी रहेगा।
रिपोर्ट:- इन्द्रदेव