परिवार वाद पत्र दायर होने के बाद विभाग की खुली नींद आनन-फानन में किया मामला दर्ज
सहरसा जिला जहाँ सदर थाना क्षेत्र के अगवानपुर निवासी एवं गृह रक्षा वाहिनी सहरसा में कार्यरत मनी पासवान की मृत्यु बर्ष 2011 मे ट्रेक्टर दुर्घटना में हो गई।और मृत जवान के भाई महेंद्र पासवान उर्फ खलीफा 2011ई से फर्जी तरीकें से मृत जवानों की जगह ड्यूटी पर लग गये। परिवाद पत्र के सूचक भीम कुमार भारती ने बताया कि 12 जनवरी 2011ई को होमगार्ड जवान मणि कुमार पासवान की मौत बरियाही नौलक्खा के पास ट्रैक्टर दुर्घटना में हो गई थी।
जिसमें उक्त आरोपी महेंद्र पासवान उर्फ खलीफा पासवान ने ही आवेदन देकर बनगांव थाना में अपने भाई होमगार्ड जवान की मौत मामले मे कांड संख्या04/2011 दर्ज कराया।तथा महेंद्र पासवान ने विभाग के साथ छल एवं फर्जीवाड़े कर नौकरी पर लग गया।उन्होंने बताया कि इसकी सिकायत मेरे साथ दर्जनों ग्रामीणों द्वारा हस्ताक्षरयुक्त आवेदन विभाग दिया लेकिन कोई कार्यवाई नहीं की।जब लोक निवारण पदाधिकारी के पास परिवाद पत्र दायर किया गया तो विभाग जांच में जुट कार्यवाई शुरू कि हैं।हलांकि परिवाद पत्र के जांचों उपरांत के बाद फर्जीवाड़े की मामला संज्ञान में आते ही होमगार्ड कमांडेंट अखिलेश ठाकुर ने बनगांव थाना में मामला दर्ज कराया हैं।
बिहार गृह रक्षा वाहिनी मे एक मृत जवानों के द्वारा ग्यारह वर्ष तक नौकरी करने का मामला प्रकाश मे आया हैं।लेकिन विभाग को वर्षों बाद भी इसकी भनक तक नहीं लगी।और जब लोगों द्वारा उक्त फर्जी जवान महेंद्र पासवान उर्फ खलीफा पासवान के विरुद्ध जब परिवाद पत्र दायर किया तो विभाग को इसकी भनक लगी।तथा होमगार्ड कमांडेंट अखिलेश ठाकुर ने परिवार पत्र की जांच किया तो सैसं 330838 मनी पासवान के नाम पाया गया।
वही बनगांव थाना अध्यक्ष बिनोद कुमार सिंह ने कहा की त्वरित कार्यवाई करते हुए फर्जी जवान महेंद्र पासवान को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत भेज पुलिस आगे की कार्रवाई मे जूट गई हैं।
साथ ही इस मामले में होमगार्ड कमांडेंट अखिलेश ठाकुर से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन वह कॉल रिसीव नहीं किए
सबसे बड़ा सवाल है कि जब मनी पासवान की मौत सड़क दुर्घटना में वर्ष 2011 में हो गया और सड़क दुर्घटना में हुई मौत काम मामला बनगाँव थाना में दर्ज की गई जिसका सूचक भाई महेंद्र पासवान उर्फ खलीफा ही है ओ अपने मृतक भाई मनी पासवान के नाम पर 11 वर्षों से गृह रक्षा वाहिनी में सर्विस कर रहा था और संबंधित विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी