नवादा में दुष्कर्म का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक अधेड़ शख्स ने गांव की ही एक मासूम बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया है। घटना वारसलीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की है। मामला सामने आने के बाद गांव में पंचायत बुलाई गई। पंचायत ने आरोपी को 11 हजार रुपए पीड़ित लड़की को देकर मामले को रफादफा करने का फरमान सुना दिया। जब आरोपी ने पैसे नहीं दिए तो मामला थाने पहुंचा। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि बीते 21 अगस्त को जब 9 वर्षीय बच्ची अपने घर में बर्तन साफ कर रही थी। इसी दौरान गांव का दंबग 50 वर्षीय सोहर यादव पीड़ित बच्ची के घर पहुंचा और बच्ची को कहा कि उसके पिता उसे आहर की तरफ बुला रहे हैं। आरोपी की बातों पर भरोसा कर बच्ची आहर के पास गआ, जहां पहले से मौजूद सोहर यादव ने उसे पकड़ लिया और बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे डाला।
जख्मी बच्ची किसी तरह से जान बचाकर घर पहुंची और घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। परिजन इसकी जानकारी पुलिस को देने ही वाले थे कि गांव में पंचायत बुला ली गई। भरी पंचायत में बच्ची की आबरू की कीमत लगाई गई। पंचायत ने आरोपी सोहर यादव को पीड़ित बच्ची को 11 हजार रुपए देकर मामले को खत्म करने का फरमान सुना दिया। पंचायत से न्याय नहीं मिलने के बाद पीड़ित बच्ची अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची और पुलिस ने न्याय की गुहार लगाई।
थाने में केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपित सोहर यादव को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पंचायत बैठाने और आरोपी को बचाने के आरोपित मुखिया पति अजीत यादव, धारो यादव और केदार महतो की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुटी है। पुलिस ने जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिए जाने का भरोसा दिलाया है।