श्रावणी मेला 2025 की तैयारियों को लेकर भागलपुर जिला प्रशासन एक्शन मोड में नजर आ रहा है। शनिवार को नगर परिषद सुल्तानगंज के सभागार में श्रावणी मेला के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस अहम बैठक की अध्यक्षता भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) **हृदयकांत** ने की। बैठक में पुलिस प्रशासन के तमाम वरीय अधिकारी और विभिन्न थानों के थाना प्रभारी मौजूद रहे।
इस मौके पर **सीटी एसपी शुभांक मिश्रा**, **डीएसपी चंद्रभूषण कुमार**, **सीटी डीएसपी राकेश कुमार**, **हेडक्वार्टर वन डीएसपी आयूब खान**, **साइबर डीएसपी कलिस श्रीवास्तव**, **लाइन डीएसपी**, **सुल्तानगंज थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार**, **बाथ थानाध्यक्ष कन्हैया झा**, **शाहकुंड थानाध्यक्ष**, **अकबरनगर थानाध्यक्ष** समेत अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक का मुख्य उद्देश्य 11 जुलाई से शुरू हो रहे **श्रावणी मेला** के दौरान **कांवरियों की सुरक्षा**, **भीड़ नियंत्रण**, **मंदिर क्षेत्र की निगरानी**, और **यातायात प्रबंधन** को लेकर रणनीति बनाना था। एसएसपी हृदयकांत ने अधिकारियों के साथ विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
एसएसपी हृदयकांत ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कहा कि इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाएगा। कांवरियों की भीड़ को देखते हुए **आठ अस्थाई थाना** स्थापित किए जा रहे हैं, जो पूरे कांवरिया मार्ग और मुख्य मंदिर क्षेत्रों में तैनात रहेंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि **यदि श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होती है, तो अस्थाई थानों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।**
उन्होंने स्पष्ट कहा कि **कांवरिया मार्ग और मंदिर परिसर में विशेष सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे**। इसके अलावा **ड्रोन कैमरों के माध्यम से भीड़ पर नजर**, **सीसीटीवी कैमरे की निगरानी**, और **क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम)** की तैनाती की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर **महिला पुलिस बल की अलग तैनाती** होगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कांवरियों की सुविधा के लिए मार्गों पर **पुलिस सहायता केंद्र**, **जलपान केंद्र**, और **स्वास्थ्य जांच केंद्र** भी स्थापित किए जाएंगे। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए कि किसी भी प्रकार की जाम की स्थिति उत्पन्न न हो।
एसएसपी हृदयकांत ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान बताया कि यह मेला आस्था और विश्वास का प्रतीक है, और लाखों श्रद्धालु हर साल यहां आते हैं। इसलिए प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि उन्हें पूरी सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए जिला पुलिस प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
सुल्तानगंज थाना क्षेत्र इस मेले का मुख्य केंद्र होता है, जहां से श्रद्धालु **गंगा जल लेकर देवघर** की यात्रा आरंभ करते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए थाना प्रभारी मृत्युंजय कुमार को विशेष निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।
एसएसपी ने बैठक में मौजूद सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि मेला शुरू होने से पहले **संवेदनशील स्थानों की पहचान कर ली जाए**, और वहां पहले से ही **पेट्रोलिंग और चौकसी बढ़ा दी जाए।** साथ ही असामाजिक तत्वों और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए **साइबर टीम को भी अलर्ट** रहने का निर्देश दिया गया है।
बैठक के अंत में एसएसपी ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए **रैपिड एक्शन फोर्स**, **NDRF**, और **स्थानीय प्रशासन** के बीच समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में फील्ड निरीक्षण कर खुद तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
श्रावणी मेला को शांतिपूर्ण और सफल तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। स्थानीय लोगों से भी प्रशासन ने सहयोग की अपील की है, ताकि श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ के भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
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