बिहपुर थाना पुलिस ने शुक्रवार तड़के एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दुधैला दियारा में संचालित अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। पुलिस को यह सफलता सुबह करीब 5:40 बजे मिली, जब गुप्त सूचना के माध्यम से पता चला कि मौजमा दुधैला दियारा स्थित अपने बासा में अनिल यादव अवैध हथियारों का निर्माण कर रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक नवगछिया के निर्देशानुसार अंचल निरीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई और तुरंत छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी गई।
टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां हथियार निर्माण से जुड़ी बड़ी मात्रा में मशीनें, उपकरण और अर्द्धनिर्मित हथियार मिले। पुलिस ने बताया कि बरामद सामग्री में देसी कट्टा, मासकेट, कारतूस, अर्द्धनिर्मित ट्रिगर, पिस्टन बट, कट्टा बैरल, हथौड़ी, रेती, छेनी, ड्रिल बिट, लोहा पट्टी सहित कई आवश्यक उपकरण शामिल हैं, जिनका उपयोग अवैध तरीके से हथियार तैयार करने में किया जाता था। इन सबके आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि फैक्ट्री काफी समय से सक्रिय थी और व्यवस्थित तरीके से हथियार तैयार किए जा रहे थे।
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मौके से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। इनमें सुलतानगंज के बैकठपुर निवासी अनिल यादव और मुंगेर जिले के असरगंज थाना क्षेत्र के विशनपुर निवासी सुभान शामिल हैं। दोनों पर आरोप है कि वे मिलकर अवैध हथियार निर्माण और सप्लाई का काम कर रहे थे। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों आरोपितों से पूछताछ भी शुरू कर दी है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि हथियारों की आपूर्ति कहां-कहां की जाती थी और इस अवैध कारोबार में और कौन-कौन शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस पूरे मामले में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आगे की विधिक कार्रवाई तेजी से की जा रही है। साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए इस नेटवर्क से जुड़े अन्य व्यक्तियों की तलाश भी शुरू हो चुकी है। नवगछिया पुलिस इसे एक बड़ी सफलता मान रही है, क्योंकि इससे क्षेत्र में अवैध हथियार आपूर्ति की एक सक्रिय श्रृंखला टूटने की संभावना है।
इस सफल छापेमारी में शामिल पुलिस अधिकारियों और जवानों को जल्द ही पुरस्कृत किया जाएगा। पुलिस प्रशासन ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, ताकि क्षेत्र में अपराधियों का मनोबल कमजोर हो और कानून-व्यवस्था मजबूत बनी रहे।
