अररिया में निजी कोचिंग संचालक ने फीस के बदले नाबालिग छात्र से कराया घरेलू काम। संचालक ने उसके साथ मारपीट भी की। महादलित छात्र को किया मानसिक रूप से प्रताडि़त। अभिभावकों से किया मारपीट जाति सूचक गाली गलौज।
अररिया)। अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के कालाबलुआ स्थित एक निजी विद्यालय के संचालक के द्वारा नाबालिग छात्र के फीस जमा नहीं होने की स्थिति में घरेलू काम और मारपीट करने का मामला सामने आया है। पीडि़त छात्र अपने अभिभावक के साथ रानीगंज थाना पहुंच कर आवेदन दिया है। नाबालिग छात्र बंटी कुमार 08 वर्ष के पिता मझुआ पूरब पंचायत वार्ड संख्या 10 कालाबलुआ निवासी योगेंद्र ऋषिदेव ने बताया कि मेरा पुत्र ओम शांति निकेतन प्राइवेट स्कूल कालाबलुआ में पढ़ता है। जिसका संचालक पवन झा है। मेरी पत्नी का कुछ दिन पहले देहांत हो गया था जिसके कारण मैं अपने पुत्र के पढ़ाई का रुपया नहीं दे पाया। जब मैं रक्षाबंधन का छुट्टी में अपने बच्चे को घर ले जाने के लिए स्कूल गया तो संचालक बोला कि पहले रुपया दो इसके बाद बच्चा ले जाना। इसके बाद मैं अपने भाई सुरेंद्र ऋषिदेव व भाभी गीता देवी को 10 हजार रुपए देकर बच्चा लाने के लिए भेजा। हेड मास्टर पवन झा के द्वारा बोला गया कि मेरा 27 हजार रुपये बनता है।
सभी रुपया देने के बाद बच्चा ले जाना। जब मेरा भाई और भाभी के द्वारा विरोध किया गया तो संचालक दोनों के साथ भद्दी भद्दी गाली गलौज करते हुए जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हुए लप्पर थप्पड़ से मारपीट करने लगा। मेरे भाई के पाकेट से 10 हजार रुपये निकाल लिया और भगा दिया। घटना से पूर्व ही हेड मास्टर के द्वारा मेरा बच्चा को अपने घर पर लेकर चला गया। चार दिनों घर पर रखने के बाद स्कूल लाया। इसके बाद हमलोगों ने स्कूल का 27 हजार रुपये जमा करके बच्चे को घर लाया। घर आने के बाद मेरा पुत्र ने बताया कि हेड मास्टर पवन झा और उनके भाई मुकेश झा ने बच्चे को घर ले जाकर नौकरी करवाता था, मवेशी का गोबर फेंकवता था तथा कपड़ा धुलवाता था। काम नहीं करने पर मारपीट करता था।
लाठी डंडा की मार का काला निशान बच्चे के पैर पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। गांव में मामले की जानकारी होने पर गांव के लोग पंचायती के द्वारा मामले को सुलझाने की बात कही लेकिन कोई निर्णय नहीं होने की स्थिति में विलंब से थाना में आवेदन दिया हूं। वहीं संचालक से संपर्क करने की कोशिश किया गया लेकिन बात नहीं हो पाया। वहीं मामले को लेकर रानीगंज थानाध्यक्ष कौशल कुमार ने बताया कि पीडि़त के द्वारा प्राप्त आवेदन को लेकर घटनास्थल पर पहुंच कर छानबीन किया हूं लेकिन प्रथम ²ष्टया मामले की पुष्टि नहीं हो पाई है छानबीन जारी है।