दरअसल पिछले सप्ताह बड़े पैमाने पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में तबादला राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय के द्वारा किया गया था जिसकी शिकायत कि वजह से बिहार सरकार के द्वारा रोक लगा दी गई जिससे आहत होकर
राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि जून में मंत्री को ट्रांसफर का अधिकार है। अगर ये अधिकार नहीं है उसका जनता के बीच जाना बेकार है । मंत्री ने स्पष्ट किया कि वो पद के लिये लालायित नहीं हैं। अगर मंत्री को विभाग के अंदर स्वतंत्र अधिकार नहीं मिल सकता है तो विभाग चलाना बेवकूफी है। कहा हमने ट्रांसफर कर दिया है जिसकी समीक्षा करने का अब निर्देश आया है।
समीक्षा के बाद जिसको जहां जाना होगा जाएगा। हमने ऐसा कोई काम नहीं किया है जिससे सरकार की बदनामी या परेशानी हो। हमने विधायकों का सम्मान किया है। अगर विधायकों का सम्मान करना गलत है तो ट्रांसफर गलत है और सम्मान करना सही है तो ट्रांसफर सही है। ट्रांसफर में जदयू, भाजपा समेत अन्य करीब 80 विधायकों की अनुशंसा को माना गया है। राजनीति में पैरवी सुनी जाती है जो आम बात है।
मैंने तो तबादला कर दिया, अब समीक्षा का निर्देश आया है; जिसको जहां जाना होगा जाएगा
एनडीए विधायक दल की बैठक में उठा था मुद्दा विधायकों की कोई नहीं सुनता, मैंने उनकी सुनी भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष जुलाई में एनडीए की बैठक में विधायकों के सम्मान को लेकर बातें कहीं थी ।विधायकों ने बैठक में खड़े होकर कहा था कि बीडीओ-सीओ के मामले में उनकी बात नहीं सुनी जाती है।
मुख्यमंत्री जी को विशेषाधिकार ,वो जब चाहे समीक्षा कर सकते
इस पर बैठक में निर्णय हुआ था कि इसे सुन लेना है, देख लेना है, कर लेना है। कुछ परेशानी होगी तो देख लेंगे। मुख्यमंत्री जी को विशेषाधिकार है, वो जब चाहे समीक्षा कर सकते हैं। उन्हीं का आदेश आया कि समीक्षा की जाए। अब फिर से समीक्षा होगी जिसमें सारी बातें आ जाएगी।
भ्रष्टाचारी चाह रहे कि रामसूरत हट जाएं, सच्चाई यह कि राजस्व विभाग पर भू-माफिया का कब्जा
मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचारी चाह रहे कि रामसूरत राय बर्खास्त हो जाए। भ्रष्टाचारी और दलाल ही चाह रहें कि राम सूरत मंत्रिमंडल से हट जाए। वो ही उनकी बुराई कर रहे हैं। सच्चाई ये है कि राजस्व विभाग पर भू-माफियाओं का कब्जा है। उन्हीं भू-माफियाओं की कमर तोड़ने के लिये मैं 20 महीने से लगातार नियम बदल रहा हूं।
कई भू-माफिया पर बुलडोजर चला है। मठ-मंदिर की जमीन अब वापस होने की बात कही जा रही है। ऑनलाइन म्यूटेशन का मामला चल रहा है। अब जब भू-माफियाओं की दाल नहीं गल रही है तो वो मिलकर मंत्री पर आरोप लगा रहे हैं कि मंत्री ही गलत कर कर रहा है।
अब जनता दरबार नहीं लगाएंगे मंत्री रामसूरत राय
जनता की समस्याएं नहीं सुनेंगे। पिछले 20 महीने से 20 दिन भी घर का काम नहीं करके लोगों की बीच रहकर उनकी समस्याएं सुनी हैं। उन्होंने दावा किया कि उनसे अधिक बिहार में किसी मंत्री ने जनता दरबार नहीं लगाया है।