गोपालपुर । गरीबों को पक्की छत उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) से जुड़े आवास सहायकों एवं पर्यवेक्षकों को पिछले पांच-छह माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन भुगतान नहीं होने के कारण इन कर्मियों को गंभीर आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसका असर न सिर्फ उनके निजी जीवन पर पड़ रहा है, बल्कि योजना के क्रियान्वयन पर भी साफ तौर पर दिखने लगा है।
गोपालपुर प्रखंड सहित जिले के अन्य प्रखंडों में कार्यरत आवास सहायक और पर्यवेक्षक वेतन नहीं मिलने से बदहाली में जीवन यापन करने को मजबूर हैं। गोपालपुर में कार्यरत आवास पर्यवेक्षक मनोज आर्या, आवास सहायक शशिभूषण राय, अमित कुमार रौशन, मो. तारिक अहमद सहित अन्य कर्मियों ने बताया कि लगातार वेतन नहीं मिलने से पर्व-त्योहार भी फीके गुजर गए। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, घर का किराया, राशन और अन्य आवश्यक खर्चों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। कई कर्मियों को उधार लेकर परिवार चलाना पड़ रहा है।
आवास पर्यवेक्षक मनोज आर्या ने बताया कि गोपालपुर प्रखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1902 लाभुकों को प्रथम किश्त की राशि का भुगतान किया गया था। लेकिन अब तक मात्र 776 लाभुकों को ही प्रथम, द्वितीय और तृतीय किश्त की राशि मिल सकी है। शेष 1126 लाभुकों के खाते में द्वितीय और तृतीय किश्त की राशि नहीं भेजे जाने के कारण उनके मकानों का निर्माण कार्य आधा-अधूरा पड़ा हुआ है।
कर्मियों का कहना है कि वे लगातार लाभुकों और विभाग के बीच समन्वय बनाकर काम करते हैं, लेकिन स्वयं वेतन से वंचित रहना बेहद निराशाजनक है। उन्होंने जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों से शीघ्र वेतन भुगतान कराने की मांग की है, ताकि वे आर्थिक संकट से उबर सकें और गरीबों के लिए आवास निर्माण का कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।
