बिहार के गया जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। एक महिला की उसके ही पति द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह वारदात गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र के टेटुआ गांव की है, जहां विकास मित्र के पद पर कार्यरत सुषमा देवी की हत्या उनके पति रमेश सिंह ने कर दी। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है, लेकिन आरोपी फिलहाल फरार है।

### **घटना का विवरण:**

मिली जानकारी के अनुसार, सुषमा देवी, उम्र 32 वर्ष, टेटुआ गांव में रहकर पंचायत में विकास मित्र के रूप में कार्यरत थीं। बुधवार को उनका पति रमेश सिंह अचानक घर आया। वह सुषमा को जबरन कमरे में ले गया और दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद, आपसी कहासुनी के बीच रमेश ने सुषमा पर गोली चला दी। गोली सीने के पास लगते ही सुषमा की मौके पर ही मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर घर के अन्य सदस्य और ग्रामीण दौड़कर पहुंचे, लेकिन तब तक रमेश सिंह कमरे से बाहर निकलकर फरार हो चुका था।

### **परिवार का बयान:**

सुषमा की बहन का कहना है कि, “मेरे बहनोई रमेश सिंह बाहर से आए थे। आते ही सीधे घर में घुसे और मेरी बहन को कमरे में बंद कर दिया। फिर गोली मार दी और वहां से भाग निकले। उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।” घटना के बाद पीड़ित परिवार सदमे में है और न्याय की गुहार लगा रहा है।

### **पुलिस की कार्रवाई:**

घटना की सूचना मिलते ही अतरी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल को अपने कब्जे में ले लिया। एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) और तकनीकी टीम को भी मौके पर बुलाया गया, ताकि हत्या से जुड़े हर जरूरी साक्ष्य को इकट्ठा किया जा सके। पुलिस ने सुषमा के शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।

थाना प्रभारी ने बताया कि, “अपराधी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है। एफएसएल टीम द्वारा घटनास्थल से आवश्यक सबूत एकत्र किए गए हैं। जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”

### **राजनीतिक कनेक्शन:**

इस घटना ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है क्योंकि मृतका सुषमा देवी केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की रिश्तेदार बताई जा रही हैं। दरअसल, सुषमा देवी, जीतन राम मांझी के भगीना सत्येंद्र कुमार पन्ना की रिश्ते में भतीजी थीं। इस कारण इस वारदात को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है।

### **अंतर्जातीय विवाह बना वजह?**

सूत्रों के अनुसार, सुषमा देवी और रमेश सिंह के बीच रिश्ते पहले से तनावपूर्ण चल रहे थे। सुषमा ने अंतर्जातीय विवाह किया था, जिसे लेकर पति रमेश सिंह नाराज रहता था। कहा जा रहा है कि रमेश को सुषमा पर शक था, इसी वजह से वह अक्सर गुस्से में रहता था। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस मामले में हत्या के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

### **गांव में दहशत का माहौल:**

इस निर्मम हत्या के बाद टेटुआ गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि सुषमा देवी एक कर्मठ और ईमानदार महिला थीं। वह पंचायत के विकास कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेती थीं और लोगों के बीच उनकी अच्छी छवि थी। किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि उनके साथ इतनी दर्दनाक घटना घट सकती है।

### **पुलिस का दावा और उम्मीद:**

पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि आरोपी जल्द ही गिरफ्त में होगा। एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और तकनीकी साक्ष्य, कॉल डिटेल्स और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है ताकि रमेश सिंह के भागने की दिशा और संभावित ठिकानों का पता लगाया जा सके।

### **महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल:**

इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस प्रकार एक पति ने अपनी पत्नी को घर के अंदर ही गोली मार दी, वह न सिर्फ पारिवारिक ताने-बाने की विफलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह घरेलू हिंसा एक जानलेवा रूप ले सकती है। 

### **न्याय की मांग:**

मृतका के परिवारवालों और ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि आरोपी रमेश सिंह को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।



**निष्कर्ष:**

गया की इस हृदय विदारक घटना ने एक बार फिर रिश्तों के भीतर छिपे तनाव और अविश्वास की भयावहता को उजागर किया है। जब पति ही पत्नी का हत्यारा बन जाए, तो सवाल सिर्फ कानून व्यवस्था का नहीं, सामाजिक सोच और मानसिकता का भी है। फिलहाल, पुलिस की जांच जारी है और पूरा गांव इस उम्मीद में है कि सुषमा देवी को जल्द न्याय मिलेगा।

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